टेलिकॉम कंपनियों के लिए मुसीबत बना जियो
आपको बता दें कि 26 जनवरी को जारी हुई रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि जियो के आने के बाद से सभी टेलिकॉम कंपनियों खतरे में हैं और मुकेश अंबानी अब अपने बिजनेस को और आगे बढ़ाना चाहते हैं और वह भारत के जेफ बेज़ोस और जैक मा बनना चाहते हैं।
देश में बढ़ रही ग्राहकों की संख्या
टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राइ) ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल भारत में मोबाइल फोन ग्राहकों की संख्या काफी बढ़ गई और बढ़कर ये संख्या 1.17 बिलियन तक पहुंच गई। इसके साथ ही आपको बता दें कि देश में ब्रॉडबैंड यूज़र की संख्या भी बढ़कर 50 करोड़ के पार पहुंच गई है।
देश में 28 करोड़ सब्सक्राइबर्स का बना जाल
अंबानी ने जियो लॉन्च करके भारत में अपने बिजनेस को काफी आगे पहुंचा दिया है और 28 करोड़ सब्सक्राइबर्स का एक बड़ा यूजर बेस भी बना लिया है। रिपोर्ट में जानकारी देते हुए बताया गया कि टेलिकॉम में पैसे कमाने से ज्यादा उनकी महत्वाकांक्षा एक टेक टायकून बनने की है। साथ ही मुकेश अंबानी ने ऐलान करते हुए कहा था कि रिलायंस अगले 10 सालों में अपने निवेश और कर्मचारियों की संख्या को दोगुना करेगी।
बढ़ा था कंपनी का मुनाफा
आपको बता दें कि अक्टूबर-दिसंबर, 2018 में रिलायंस जियो इन्फोकॉम का नेट प्रॉफिट में 65 फीसदी का इजाफा हुआ था। वहीं, वित्तीय वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 831 करोड़ रहा जबकि 2017-18 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में यह प्रॉफिट 504 करोड़ था।
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