ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में रिटेल और दूरसंचार का कंपनी की कुल आय में 23 फीसदी का योगदान रहा। वहीं, अगर हम पेट्रोकेमिकल्स और रिफाइनरी कंपनियों की बात करें तो उनमें गिरावट देखी गई है क्योंकि पहले कंपनी की कुल आय में हिस्सेदारी 83 फीसदी थी जो अब घटकर 77 फीसदी पर पहुंच गई है।
ये भी पढ़ें: स्पाइसजेट ने जेट एयरवेज के 100 पायलटों समेत 500 से ज्यादा कर्मचारियों को दी नौकरी
अब नए कारोबार को देंगे पंख
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि अंबानी ने 2016 में दूरसंचार कारोबार शुरू किया था, जिसके बाद उन्होंने देश की जनता को लुभाने के लिए फ्री में कालिंग और डाटा की सुविधा दी थी। इसके लिए मुकेश अंबानी ने 4जी वायरलेस नेटवर्क में 2.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया था, जिसके बाद अब अंबानी इस कारोबार का प्रयोग एक ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म का निर्माण करने के लिए कर रहे हैं। इस कारोबार से भी अंबानी को काफी उम्मीदें हैं। अंबानी ने उम्मीद जताई है कि 2028 तक उनके कंज्यूमर डिविजंस की आमदनी ऊर्जा से जुड़ी कंपनियों को पछाड़ देगी।
हर दिन बढ़ रहा जियो का मुनाफा
आपको बता दें कि पूरे वित्त वर्ष 2018-19 में रिलायंस जियो का शुद्ध लाभ चार गुना बढ़कर 2,964 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है। यह मुनापा पिछले वित्त वर्ष में 723 करोड़ रुपए था। इस बार इसमें काफी बढ़त देखी गई है। टेलिकॉम सेक्टर की तरह मुकेश अंबानी ई-कॉमर्स बिजनेस में भी अपनी अमिट छाप छोड़ना चाहते हैं, जिसके लिए वह जमकर तैयारी कर रहे हैं।
Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार,फाइनेंस,इंडस्ट्री,अर्थव्यवस्था,कॉर्पोरेट,म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.