शिविंदर ने इससे पहले अपने भाई को करोबार से निकालते हुए आरोप लगाया था कि उनके बड़े भाई तथा गोधवानी की गतिविधियों की वजह से कंपनियों तथा उनके शेयरधारकों का हित प्रभावित हुआ है। लेकिन अब शिविंदर ने कहते हुए याचिका वापस लेने का आवेदन डाला है की उनकी मां चाहती हैं कि इस मामले को घर में ही सुलझाया जाए। हालांकि अभी तक याचिका वापस नहीं ली गई है लेकिन इसे वापस लिया जा रहा है।
बाबा के चक्कर में गंवा चुके है करोड़ों
आपको बता दे की अरबों का बिजनेस करने वाले ये दोनों भाई आज मुश्किलों में फंस गया है और इनकी मुश्किलों में फंसने का कारण एक बाबा हैं। इन दोनो भाईयों की कर्ज में डूबने की कहानी किसी बॉलीवुड फिल्म से कम नहीं हैं। एक बाबा के चक्कर में फंस कर दोनो भाईयों ने 2600 करोड़ रुपए गंवा दिए है। लेकिन आखिरकार मां ने इन्हें अलग होने से बचा लिया