scriptरिपोर्ट में दावा: रुपए की कीमत गिरने से 28,000 करोड़ की सौर परियोजनाओं पर खतरा | Crisil claims 28000 crore rupee solar project in truoble by rupee fall | Patrika News

रिपोर्ट में दावा: रुपए की कीमत गिरने से 28,000 करोड़ की सौर परियोजनाओं पर खतरा

locationनई दिल्लीPublished: Oct 29, 2018 08:34:04 pm

Submitted by:

Manoj Kumar

रिपोर्ट में कहा गया है कि सौर संयंत्र की कुल लागत का 55-60 फीसदी सोलर मॉड्यूल की लागत होती है और आज 90 फीसदी सोलर मॉड्यूल का आयात किया जा रहा है।

Solar Panel

रिपोर्ट में दावा: रुपए की कीमत गिरने से 28,000 करोड़ की सौर परियोजनाओं पर खतरा

नई दिल्ली। डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरती कीमत के कारण देश की करीब 28,000 करोड़ रुपए मूल्य की सौर परियोजनाएं, जिनका क्रियान्वयन जारी है, उनके अव्यावहारिक हो जाने का खतरा पैदा हो गया, क्योंकि आयातित सोलर मॉड्यूल महंगे हो गए हैं, जिससे सौर संयंत्र की लागत बढ़ गई है। क्रिसिल की ओर से सोमवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई। इस रिपोर्ट में बताया गया कि जिन परियोजनाओं पर खतरा पैदा हुआ है, उनमें पिछले नौ महीनों में निविदा से हासिल की गई 5.5 गीगावाट की परियोजनाएं है, जिनका टैरिफ दर बहुत ही कम 2.75 रुपए प्रति यूनिट है। रिपोर्ट में कहा गया कि ये परियोजनाएं शुरुआती चरण में हैं और अभी सोलर मॉड्यूल आयात करने के चरण में हैं।
रुपए में 10 फीसदी की गिरावट से प्रति मेगावाट 30 लाख रुपए की बढ़ोत्तरी

क्रिसिल रेटिंग्स के वरिष्ठ निदेशक सुबोध राय ने कहा कि सौर संयंत्र की कुल लागत का 55-60 फीसदी सोलर मॉड्यूल की लागत होती है, जो 5 करोड़ रुपए प्रति मेगावाट होती है। उन्होंने कहा कि आज 90 फीसदी सोलर मॉड्यूल का आयात किया जा रहा है। हमारे विश्लेषण से पता चलता है कि रुपए के मूल्य में हरेक 10 फीसदी की गिरावट के साथ ही सौर बिजली संयंत्र लगाने की लागत 30 लाख रुपए प्रति मेगावाट बढ़ जाती है। वो भी तब, जब दूसरी चीजों की लागत ना बढ़े। उन्होंने कहा कि इससे सरकार के वित्तवर्ष 2022 तक 100 गीगावाट की सौर क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य प्रभावित होगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो