निगम के जोनल ऑफिस और अन्य स्थानों पर एकत्रित की जाने वाली प्रतिमाओं को आज दोपहर 2 बजे से 24 सितंबर को सुबह 10 बजे तक एकत्रित करने के बाद जवाहर टेकरी पर विसर्जित किया जाएगा। सार्वजनिक स्थानों से बड़ी गणेश प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए नर्मदा और शिप्रा नदी पर ले जाया गया, क्योंकि शहर सहित आसपास की नदियों व अन्य जल स्रोतों में विसर्जन पर निगम ने प्रतिबंध लगा रखा है। पर्यावरण सुरक्षा एवं जल प्रदूषण को रोकने के लिए पूजन सामग्री को अलग बास्केट में रखने की अपील लोगों से की गई है।
जनकार्य प्रभारी शंकर यादव एवं जलकार्य प्रभारी बलराम वर्मा ने कहा कि महापौर मालिनी गौड़ व आयुक्त आशीष सिंह ने थ्री आर (रिड्यूज, रिसाइकिल, रियूज) के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिगत दिए गए निर्देश के क्रम में निगम ने 100 से अधिक बड़े-छोटे अस्थायी पर्यावरण हितैषी कुंड बनाए हैं। इनमें नर्मदा, गंगा, सरस्वती, शिप्रा, चंबल, गंभीर, कालीसिंध, पूर्णी, ताप्ती, कान्ह, कुंदा आदि नदियों का जल डाला गया है। इनमें लोग मिट्टी से निर्मित प्रतिमाओं का विजर्सन कर सकते हैं। शेष प्रतिमाएं निगम द्वारा चिह्नित स्थानों पर एकत्रित की जाएंगी, जहां से जवाहर टेकरी पर 24 सितंबर को महापौर व अन्य अतिथियों द्वारा विधि-विधान से पूजन कर विसर्जन किया जाएगा। समस्त जोनल ऑफिस, कृष्णपुरा छत्री, निगम प्रांगण, सिरपुर, बिलावली, यशवंत सागर तालाबों के समीप सहित 100 से अधिक स्थानों पर अस्थायी पर्यावरण हितैषी कुंड रखे गए हैं।