script‘जाम का काम हो जाएगा तमाम’, AI इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से मिलेगी राहत | Traffic jam will be resolved, relief will be provided by AI intelligent traffic management system | Patrika News
इंदौर

‘जाम का काम हो जाएगा तमाम’, AI इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से मिलेगी राहत

MP News : एमपी की आर्थिक राजधानी इंदौर में अब एआई की मदद से ट्रैफिक को कंट्रोल किया जाएगा। इसके अलावा चोरी हो रही बाइक, और ट्रैफिक का नियम न पालन करने वालों पर चालानी कार्रवाई की जाएगी।

इंदौरApr 25, 2024 / 04:14 pm

Himanshu Singh

ai traffic
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में ट्रैफिक की समस्या का हल एसजीएसआइटीएस ने निकाला है। यहां के प्रोफेसर्स ने एआई इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम तैयार किया है। यह शहर के प्रमुख चौराहों में लंबे जाम को डिटेक्ट करके ऑटोमेटिक सिग्नल को कंट्रोल करेगा। इसकी मदद से अब जाम लगने की संभावना कम हो जाएगी।

कई तरह की सुविधाओं से होगा लैस


एआई इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट कई तरह की सुविधाओं से लैस है। जैसे चोरी हुई गाड़ी की पहचान, संदिग्धों की पहचान, ट्रैफिक रूल्स तोड़ने पर चालानी कार्रवाई होगी। इसमें डायनेमिक विजन कैमरा (डीवीसी) का प्रयोग किया जा रहा है। हाइ रिजाल्यूशन के ये कैमरे नार्मल कैमरों से काफी एडवांस्ड हैं। इनके जरिए एक किलोमीटर दूर से गाड़ियों की नंबर प्लेट, बिना हेलमेट के चालक और सीट बेल्ट न लगाने वाले व्यक्ति की पहचान आसानी से हो सकेगी।

सड़क पर गतिविधि होने होगी रिकॉर्डिंग


इस टेक्नोलॉजी में नार्मल कैमरों की तरह 24 घंटे रिकॉर्डिंग की बजाय सड़क पर कोई गतिविधि होने पर रिकॉर्डिंग होगी। इसकी मदद से सिर्फ काम की ही चीज रिकॉर्ड होगी और डेटा बच जाएगा। कम डेटा रहने से डेटा को सुरक्षित रखा जा सकेगा। अगर कोई गाड़ी चोरी होती है, तो उस गाड़ी की जानकारी सॉफ्टवेयर में अपडेट करते ही कैमरों की मदद से गाड़ी की लोकेशन ट्रेस कर ली जाएगी।

पैदल चलने वालों को भी करेगा डिटेक्ट


एआई टेक्नोलॉजी की मदद से पैदल चलने वालों को भी डिटेक्ट किया जा सकेगा। ये सिस्टम बैटरी की मदद से चलेगा। इसे सोलर पैनल से चार्ज किया जा सकेगा। शहर को चौराहों की लाइव मॉनिटरिंग कम्यूटर की मदद से की जा सकेगी। ये सॉफ्टवेयर एआई एमएल बेस्ड टेक्नोलॉजी सॉफ्टवेयर और कंप्यूटर विजन के कान्सेप्ट से तैयार किया गया है। इसकी मदद से जिस भी सिग्नल पर लोड ज्यादा होगा। वह सिस्टम ऑटोमैटिक ज्यादा समय के लिए चालू हो जाएगा। इस सिस्टम से ट्रैफिक को मैनेज करने में आसानी होगी।
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