रूमाल लिए खड़े रहते हैं सैयदना जहां पर भी जा रहे हैं, वहां सैकड़ों की संख्या में समाजजन तलक्की(हाथ पकड़कर साथ चलने के लिए) के लिए हाथों में रूमाल लिए खड़े हो रहे हैं। सैयदना जैसे ही करीब आते हैं, लोग आगे बढ़ जाते हैं और सैयदना रूमाल पर हाथ रख कुछ दूर तक साथ चलते हैं। इसके बाद इस रूमाल को समाजजन ताउम्र संभालकर रखते हैं।
सैयदना को लिख रहे अर्जी इंदौर में बोहरा समाज की संख्या ५० हजार से अधिक है। सभी का उनसे मिलना मुमकिन नहीं है। इसलिए जमात ने नई व्यवस्था की है, जिसके तहत समाजजन अपनी जमात में सैयदना के लिए एक अर्जी लिखकर देते हैं। इस अर्जी में आइटीएस नंबर सहित तमाम जानकारी देना होती है। कुछ दिन बाद जिस कागज में अर्जी लिखी थी, उसी में जवाब भी मिलता है।
सैफी बुरहानी एक्सपो लगेगा
मोहर्रम के बाद बोहरा समाज द्वारा एक सैफी बुरहानी एक्सपो लगाया जाएगा। इसमें समाजजन द्वारा तैयार किए जा रहे प्रोडक्ट की प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसे खुद सैयदना देखेंगे। इसकी तैयार भी शुरू हो चुकी है।
मोहर्रम के बाद बोहरा समाज द्वारा एक सैफी बुरहानी एक्सपो लगाया जाएगा। इसमें समाजजन द्वारा तैयार किए जा रहे प्रोडक्ट की प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसे खुद सैयदना देखेंगे। इसकी तैयार भी शुरू हो चुकी है।