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बिना लाइसेंस पटाखे बेचे तो मिली ये सजा

locationइंदौरPublished: Nov 05, 2018 12:48:34 pm

द्वारकापुरी थाना क्षेत्र का मामला, पुलिस ने सूचना के बाद रैकी की, फिर दी दबिश…

इंदौर. द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में कल एक व्यापारी को पुलिस ने बिना लाइसेंस के पटाखे बेचते पकड़ा। पुलिस ने व्यापारी के पटाखे भी जब्त किए हैं।
दरअसल व्यापारी मनोज पिता जीतमल जैन अपने यहां से पटाखों की बिक्री कर रहा था। पुलिस को मुखबिरों से मिली सूचना के बाद पुलिस ने इसकी जांच शुरू की और पहले रैकी की। मामला सच पाए जाने पर पुलिस ने दबिश देकर व्यापारी को पकड़ा और पटाखे जब्त किए। पुलिस ने मामले में प्रकरण दर्ज कर व्यापारी पर विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्रवाई की है।
कम धुएं वाले पटाखों को ही मान रहे ग्रीन पटाखे
अस्थायी दुकानदारों के साथ थोक व्यापारियों को भी नहीं ऐसे पटाखों की जानकारी, दीपावली पर आतिशबाजी को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि शहर का पटाखा बाजार भी प्रभावित हुआ है। कोर्ट ने सिर्फ रात 7 से 10 बजे तक ग्रीन पटाखे ही छोडऩे की छूट दी है। इस आदेश ने सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा किया कि आखिर ग्रीन पटाखे क्या है? स्थानीय प्रशासन ने भी दुकानदारों को इस बारे में कोई निर्देश नहीं दिए। इस कारण कम धुआं और कम प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों को ही ग्रीन पटाखे बताकर बेचा जा रहा है।
70 फीसदी से ज्यादा पटाखे शिवाकाशी से आते हैं। कुछ वर्षों से चीनी पटाखों की मांग थी। दिवाली पर आतिशबाजी को लेकर उठी अटकलों के बीच व्यापारियों ने इस बार चीनी पटाखों से दूरी बना रखी है। पटाखा विक्रेता किशोर भीमवानी ने बताया, पर्यावरण को लेकर जागरूकता के कारण भी ग्राहक ग्रीन पटाखों की मांग कर रहे हैं। हालांकि न तो कंपनी ने किसी पटाखे को ग्रीन पटाखा क्लेम किया है और न ही प्रशासन से इसके निर्देश मिले।
इनकी डिमांड ज्यादा : जंपिंग फ्रॉग (आग लगते ही मेंढक की तरह फुदकने वाला), डिस्को फ्लैश (बार-बार बंद होती लाइट), मनी स्पिनर (गोल्डन सिक्के निकलते है), स्मोक लड़ (रोशनी के साथ खूशबू वाली लडिय़ां), पॉम ट्री और क्रेकलिंग कोकोनट।
कम हुई मांग
जीएसटी का असर पटाखा बाजार पर भी पड़ा है। इस बार पटाखों की मांग में 30 फीसदी तक कमी आ गई, जबकि कीमत घटने के कारण इस बार मांग बढऩे की उम्मीद जताई जा रही थी। व्यापारी मुकेश बालचंदानी ने बताया, लंबे अरसे बाद पटाखा बाजार में इतनी सुस्ती देखने को मिली है। माहौल को देखते हुए कई व्यापारियों ने कम ही माल ऑर्डर किया था।
व्यापारियों में आक्रोश
खातीपुरा व रिव्हर साइड स्थित थोक पटाखा दुकानें रीजनल पार्क पर शिफ्ट कर दी गई है। व्यापारियों ने बीच बाजार की दुकानों से पटाखा बुकिंग की व्यवस्था की थी। प्रशासन ने इन दुकानों पर लगे बैनर भी हटवा दिए। व्यापारियों को स्पष्ट हिदायत दी गई कि रिव्हर साइड रोड पर पटाखों के संबंध में कोई सौदे नहीं होंगे।

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