विधानसभा चुनाव का काम अब खत्म होने आ गया है। निर्वाचन का अमला अब लोकसभा 2019 में जुटने की तैयारी कर रहा है। 26 दिसंबर से मतदाता सूची के शुद्धिकरण का काम शुरू होने जा रहा है, जिसमें विधानसभावार रिटर्निग अधिकारियों को फिर से जिम्मेदारी सौंप दी गई। उससे पहले सभी अधिकारियों ने विधानसभा के प्रत्याशियों की जमानत को जब्त करने या मुक्त करने का काम कर दिया। तीन नंबर के रिटर्निग अधिकारी शाश्वत शर्मा व उनकी टीम को स्वर्णिम भारत इंकलाब पार्टी के प्रत्याशी एडवोकेट दीपक पंवार की जमानत ने परेशान कर दिया। उन्होंने दस हजार रुपए की राशि एक रुपए के सिक्के में जमा कराई थी। अब तक ये सिक्के कोषालय में थे, जिन्हें बैंक में जमा कराया गया। कोषालय से निकालने के बाद उन्हें गिना गया और बैंक में देते समय उनकी फिर से गणना की गई। मजेदार बात ये है कि स्वर्णिम भारत इंकलाब नामक पार्टी के वे राष्ट्रीय अध्यक्ष और संस्थापक है, लेकिन चुनाव में उन्हें मात्र 59 वोट ही मिले।