निगम का दस्ता मंगलवार सुबह रीगल चौराहे पर पहुंचा। वहां टॉकिज के पास बनी दुकान शिवा एव्हरप्रेश को तोडऩे की कार्रवाई प्रारंभ की। कार्रवाई देख दुकान मालिक शिवा रतन डे भडक़ गए और विरोध करने लगे। उन्होंने निगम कर्मचारियों को जहर खाने के साथ ही आत्मदाह करने की धमकी भी दी। अन्य व्यापारियों ने निगम अधिकारियों को बताया कि जिस जमीन पर यह दुकानें बनी हैं वह सरकारी जमीन नहीं है बल्कि निजी है। निगम अधिकारियों ने व्यापारियों की बात को अनसुना कर दुकान तोड़ दी। निगम की इस कार्रवाई के विरोध में व्यापारी शिवा रतन ने कीटनाशक दवाई पी ली जिससे उनकी हालत खराब हो गई। व्यापारी को तत्काल एमवाय अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसका उपचार किया जा रहा है। व्यापारी के परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि गुमटी के पीछे स्थित प्लॉट मालिक को फायदा पहुंचाने के लिए निगम द्वारा यह कार्रवाई की गई है।
नोटिए दिए गए थे मामले में निगम उपायुक्त महेंद्रसिंह चौहान ने दुकानदार द्वारा जहर खाने की बात को नकारा है। उनका कहना है कि छह दुकानों को हटाने के लिए नोटिस दिए गए थे। इसके बाद ही रीगल तिहारे से दुकानें हटाई जा रही हैं।