राज्य साइबर सेल एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया की उज्जैन निवासी प्रमोद कुमार की रिपोर्ट पर केस दर्ज किया गया था। उसे झांसा दिया कि आरबीआई कि जो इंश्योरेंस पॉलिसी लेप्स हो चूकी है उनका पैसा अब बैंक खाता धारकों को दिया जा रहा है। इसी योजना में उसका चयन हुआ है। 1 करोड़ 68 लाख रुपय मिलने की सूचना प्रमोद को दी गई। इस राशि पर टीडीएस के नाम पर 23 लाख 62 हजार ठगे गए। बिहार झारखंड के खातों से ट्रांसफर हुआ।
दोनों आरोपी दिल्ली के आरोपी दिल्ली में कॉल सेंटर की आड़ में इस ठगी को अंजाम दे रहे थे ये बात भी सामने आयी है कि एक पीडि़त का डाटा आपस में बांटे लेते थे। 1 गैंग पीडि़त से पैसा लेती बाद में दूसरी गैंग भी पैसा ऐंठने में लगी रहती है इस इस मामले में कऱीब 24 ट्रांजेक्शन के जरिए रुपए लिए और लगातार रुपयों की मांग की जाती रही है। आरोपियों के अन्य साथियों की जांच की जा रही है।