एसपी विपुल श्रीवास्तव ने ग्रामवासियों को बताया, वे कैसे अंध विश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों को त्याग कर समाज की मुख्य धारा से जुड़कर आगे बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि जादू-टोना जैसा कुछ भी नहीं होता है, यह सब अंध विश्वास है। एसपी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जा रहा है कि किसी बच्चेे या व्यक्ति के बीमार होने, पालतू पशु के मर जाने, फसल खराब हो जाने आदि कारणों में डाकन या डायन की आशंका जताई जाती है, जबकि वास्तविक स्थिति कुछ ओर ही होती है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की बीमारी या अन्य कारणों को लेकर बड़वे और अन्य के पास जाने के बजाय अस्पताल जाना चाहिए और वहां चिकित्सक को बताकर उसका उपचार करवाना चाहिए।
नशे से दूर रहेंगे तो आर्थिक स्थित सुधरेगी
एसपी श्रीवास्तव ने ग्रामीण जनता से आव्हान किया कि वे नशाखोरी से दूर रहे, जिससे उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार होगा। चाहे बच्चा हो या बच्ची सभी को स्कूूल भेजना चाहिए तथा शासन द्वारा प्रचलित योजनाओं का लाभ लेकर बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए। ताकी ग्रामीण जनता के बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो सके व समाज विकसित होकर आगे बढ़ सके। विवाद होने पर पुलिस, डॉयल 100 को सूचना दें।्र संभावित बड़ी घटना को ग्रामीणों के माध्यम से ही नियंत्रित किया जा सकता है ।
नशे से दूर रहेंगे तो आर्थिक स्थित सुधरेगी
एसपी श्रीवास्तव ने ग्रामीण जनता से आव्हान किया कि वे नशाखोरी से दूर रहे, जिससे उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार होगा। चाहे बच्चा हो या बच्ची सभी को स्कूूल भेजना चाहिए तथा शासन द्वारा प्रचलित योजनाओं का लाभ लेकर बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए प्रेरित करना चाहिए। ताकी ग्रामीण जनता के बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो सके व समाज विकसित होकर आगे बढ़ सके। विवाद होने पर पुलिस, डॉयल 100 को सूचना दें।्र संभावित बड़ी घटना को ग्रामीणों के माध्यम से ही नियंत्रित किया जा सकता है ।
एएसपी सीमा अलावा के द्वारा ग्रामीण महिलाओं से प्रत्यक्ष चर्चा करते हुए उनसे बात की गई व उनकी समस्याओं के बारे पूछा। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं को बताया कि वे अपनें घर में स्वच्छता बनाए रखें, परिवार में किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर तत्काल संबंधित आशा कार्यकर्ता से सम्पर्क करें। इस दौरान उन्होंने बच्चों को स्कूल भेजनें हेतु आव्हान किया। एएसपी अलावा ने कम उम्र में बच्चों की शादी नहीं करवाने, साथ ही वर्तमान में सॉयबर संबंधी हो रहे अपराधों की धोखाधड़ी के बारें में ग्रामीणों को बताया। कार्यक्रम में शिक्षिका संगीता भावसार के द्वारा स्थानीय आदिवासी भाषा में शराब के सेवन नहीं करने को लेकर आदिवासी गाना भी सुनाया गया।