सुबह से मंदिरों में विशेष शृंगार पूजा हुई और मध्य रात्रि में कृष्णजन्म के आयोजन हुए। शहर में मटकी फोड़ व भजन कीर्तन भी हुए। खजूरी बाजार स्थित प्राचीन यशोदा माता मंदिर में मैया की गोद में कन्हैया मुस्कराते रहे। सुबह बड़ी संख्या में महिलाओं की गोद भराई हुई। गोवर्धन मंदिर, इस्कॉन मंदिर, गीता भवन सहित कई जगह जन्माष्टमी मनाई गई और रात में महाआरती व माखन मिश्री-पंजेरी का वितरण हुआ। गोपाल मंदिर और बांके बिहारी मंदिर में भी दर्शन का सिलसिला चलता रहा।
स्मार्त मतावलंबियों ने शुक्रवार को, वहीं वैष्णवमत का अनुसरण करने वालों ने शनिवार को जन्माष्टमी मनाई। यशोदा माता मंदिर के मुख्य पुजारी पं. मनीष दीक्षित ने बताया, शनिवार से तीन दिवसीय श्रीकृष्ण जन्मोत्सव शुरू हुआ। सुबह 6 बजे महाअभिषेक, दोपहर में 3 से 5 बजे तक भजन प्रस्तुति, रात 12 बजे महापूजा और महाआरती हुई। इसके पश्चात भक्तों को माखन मिश्री, फलहारी खिचड़ी और सिंघाड़े की पंजेरी का प्रसाद दिया गया।
आज नंद उत्सव पं. दीक्षित ने बताया, रविवार को भी गोद भराई होगीऔर नंद उत्सव मनाया जाएगा। शाम 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक 56 भोग रहेगा। भक्तों को भगवान दिनभर दर्शन देंगे। सोमवार को मंदिर में मोर पंख झूला व दीप दर्शन होंगे। रात 8.30 बजे से रात्रि 11 बजे तक भजन संध्या होगी।
इस्कॉन मंदिर कृष्ण जन्मोत्सव पर सुबह से भक्तों की भीड़ रही। भगवान ने वृंदावन की नई पोषाख में दर्शन दिए। दिनभर सत्संग होता रहा। शाम सात बजे संध्या आरती और शाम ७.३० बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रम ओडिसी व कथक नृत्य हुआ। चैतन्य महाप्रभु की नाटिका हुई। रात 10.30 बजे अभिषेक और रात्रि 12 बजे महाआरती के दौरान बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे। पूरा परिसर श्रीकृष्ण के जयघोष से गूंज उठा। मंदिर के अध्यक्ष महामंददास और मीडिया प्रभारी शैलेंद्र मित्तल ने बताया, रविवार को नंद उत्सव और प्रभुपाद व्यास पूजा होगी। सुबह 10 बजे से शरणागति और दोपहर 1.30 बजे से दोपहर 3 बजे तक महाप्रसादी होगी।
गीताभवन रात 12 बजते ही भक्तों ने श्रीकृष्ण के जयघोष लगाए। मंदिर में आकर्षक विद्युत सज्जा भी की गई। भक्तों ने कन्हैया को पालने में झूलाया। सुबह 9 से 10.30 बजे तक हरिद्वार के स्वामी सर्वेश चैतन्य के प्रवचन हुए। दोपहर 3 से 4 बजे तक महिला मंडल ने भजन संकीर्तन किया और शाम 5.30 से 6.30 बजे तक प्रवचन हुए। रात 8 से 10.30 बजे तक भजन संध्या में भक्त कृष्ण भक्ति में डूबे रहे। रात 10.30 से 11.30 तक संतों के प्रवचन के बाद 11.30 से 12.30 बजे भजन संध्या व रात्रि 12 बजे जन्मोत्सव आरती के बाद प्रसाद वितरण हुआ।
नृसिंह मंदिर नृसिंह बाजार स्थित नृसिंह मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी पर भगवान का श्रीनाथजी स्वरूप में शृंगार किया। बालकृष्ण को भक्तों ने झूला झुलाया। रात १२ बजे महाआरती के बाद प्रसाद वितरण हुआ।
श्री लक्ष्मी वेंकटेश मंदिर छत्रीबाग स्थित श्री लक्ष्मी वेंकटेश देवस्थान में स्वामी विष्णुप्रपन्नाचार्य के मंगलशासन में कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। सुबह वेंकटरमण गोविंदा श्री निवासा गोविंदा नाम जप परिक्रमा के बाद प्रभु का एकांत अभिषेक हुआ। शाम ७ बजे प्रभु के स्तोत्र पाठ व भजनों का आयोजन हुआ। रात्रि में प्रभु जन्म पाठ और रात्रि 12 बजे घंटे-घडिय़ाल बजने लगे व मंदिर के पट खुलते ही जन्म आरती हुई। प्रसाद वितरण के साथ महोत्सव का समापन हुआ। भक्तों ने लड्डू गोपाल को झूले में झुलाया।
नवरतनबाग मंदिर विजय मारुति हनुमान मंदिर में श्रीमानस मंदिर धार्मिक एवं पारमार्थिक न्यास ने कृष्ण जन्मोत्सव मनाया। भगवान का रास और भजन-कीर्तन भी हुए। लड्डू गोपाल को झूले में झुलाया गया। दोपहर में बच्चों की मटकीफोड़ प्रतियोगिता, शाम को भजन संध्या व रात्रि 12 बजे महाआरती हुई।
गुमाश्ता नगर संस्था पूर्णोदय ने गुमाश्ता नगर स्थित तिरुपति व्यंकटेश बालाजी द्वार पर भजन गायक द्वारका मंत्री की भजन संध्या आयोजित की। भक्त कृष्ण भजनों पर जमकर झूमें। रात १२ बजे जन्मोत्सव के बाद माखन मिश्री का प्रसाद वितरण हुआ।
भजन संध्या कैट रोड स्थित ट्रेजर फैंटेसी में आयोजित भजन संध्या में विशाल शर्मा और रजत शर्मा ने खाटू श्याम, श्रीनाथजी, श्रीराधा और भोलेनाथ के सुमधुर भजनों से भक्तों को भावविभोर कर दिया। मुकेश शर्मा और ममता शर्मा ने बताया, भगवान श्रीनाथ और खाटू श्याम का ड्रायफ्रूट व फूलों से विशेष श्रृंगार किया गया। समापन महाप्रसादी से हुआ।