-हनीट्रैप मामले में महिला एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने ली प्रेस कॉन्फ्रेंस
-5 महिला सहित एक पुरुष गिरफ्तार, अधिकारी को करते थे ब्लैकमेल
-आगमी 22 सितंबर तक हनीट्रैप के आरोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लिया है।
VIDEO : हनीट्रैप में बड़ा खुलासा : निगम इंजीनियर से मांगे थे तीन करोड़, पैसा लेने भोपाल से आई महिला तो पुलिस ने धरदबोचा
इंदौर. हाईप्रोफाइल हनीट्रैप मामले में गुरुवार को इंदौर एसएसपी रुचि वर्धन मिश्र ने प्रेस वार्ता ली। मामले का पूरा खुलासा करते हुए उन्होंने मिश्र ने कहा फरियादी ने 17 सितंबर को एक लिखित आवेदन दिया था जिसमें फरियादी के आवेदन पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरती दयाल को गिरफ्तार किया गया था। महिला के व्हाट्सएप कॉल और मैसेज से ब्लैकमेल करने की पूरी जानकारी मिली। एसएसपी ने कहा आगमी 22 सितंबर तक हनीट्रैप के आरोपियों को पुलिस ने रिमांड पर लिया है।
MUST READ : Honeytrap : इंदौर से दो महिलाओं को लिया हिरासत में, रैकेट की मुखिया के पास मिली … मिश्र ने बताया कि महिला ने अपनी टीम के साथ मिलकर फरियादी से 3 करोड़ रुपए की मांग की थी इसके बाद पलासिया थाने में महिला सरगना के विरुद्ध धारा 419, 420, 384 और 506 व 120 बी के तहत कार्रवाई की गई है। आरती को पकडऩे के लिए पुलिस ने जाल बिछाया जिसमें पहली किस्त 50 लाख लेने के लिए इंदौर बुलाया, जहां पर वह एक कार से पहुंची थी। इसी दौरान टीम ने महिला आरती दयाल निवासी सागर लैंडमार्क भोपाल, दूसरी आरोपी मोनिका यादव और तीसरा आरोपी ओमप्रकाश पोरी को हिरासत में लिया है। आरोपी ने खुलासा किया है कि साथी श्वेता जैन महिला ने करीब 8 माह पहले नगर निगम के अधिकारी से मिली थी जिनकी दिन की मुलाकात के बाद दोनों की परस्पर मोबाइल पर बात हुआ करती थी।
आरती दयाल ने नगर निगम के अधिकारी को मुलाकात करने के लिए जोर दिया और जिसके बाद उसका एक वीडियो बनाकर उसे 3 करोड़ रुपए की मांग की वीडियो को वायरल करने की धमकी देने की बात भी कही थी। आरोपी की सहेली मोनिका यादव से पूछताछ में मालूम पड़ा कि वह बीएससी की पढ़ाई भोपाल से कर रही थी विगत 1 वर्ष से आरती को जानती थी प्रकरण में आरोपी मोनिका आरती दयाल के साथ उस समय इंदौर आई थी और उन्हें चुप कर नगर निगम अधिकारी का वीडियो बनाया था पुलिस अभी मामले की छानबीन कर रही है और इसमें जल्द और भी खुलासे हो सकते हैं।
जानकारी मिली है कि एक महिला पन्ना के भाजपा विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह के बंगले में किराए से रहती है। अपनी सफाई में कहा कि महिला को बंगला किराए पर ब्रोकर के जरिए दिया गया था और वह महिला सितंबर से ही यहां रह रही है। इस महिला के खिलाफ कुछ दिन पहले इंदौर में ब्लैकमेल करने की एफआईआर दर्ज की गई थी। महिला की गतिविधियों पर इंटेलीजेंस भी नजर रखे हुई थी। एटीएस भी अपने स्तर पर साक्ष्य इक_ा कर रही थी। एटीएस ने भोपाल पुलिस की मदद से रिविएरा टाउन से एक और मिनाल रेसीडेंसी से दो महिलाओं समेत चार लोगों को हिरासत में लिया। जांच में महिला के पूर्व मंत्रियों से संबंधों का भी पता चल रहा है।
हाईप्रोफाइल रैकेट की मुखिया के पास कई राजनेताओं और अफसरों की सीडी मिली एसएसपी मिश्र ने बताया है कि हमें एक सीडी मिली है लेकिन अभी उसकी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा यह महिलाएं नेताओं और अफसरों के पास कॉल गर्ल भेजकर उनके आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करती थीं। कुछ दिन पहले भी गिरोह की मुखिया ने एक सीनियर अफसर के साथ का आपत्तिजनक वीडियो वायरल किया था। यह बात भी सामने आई है कि हाईप्रोफाइल रैकेट की मुखिया के पास से कई राजनेताओं और अफसरों की सीडी भी मिली है।