must read : VIDEO : 40 पिलर मे बारूद भर ब्लॉस्ट से उड़ाई बिल्डिंग, पास के मकान पर गिरा मलबा रविवार सुबह सिलावट ने विभाग के अधिकारियों की बैठक रेसिडेंसी कोठी में बुलाकर आखिरी चेतावनी देने और अगली बार तबादला करने की बातें कही थीं। सोमवार दोपहर वह अचानक लाल अस्पताल पहुंचे और यहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने पीने के पानी की समस्या, टूटे-फुटे स्ट्रेचर, कबाड़ देख अस्पताल प्रभारी डॉ. अशोक मालू और डॉ. विजय छजलानी को फटकार लगाई। एक्स-रे मशीन काफी पुरानी होने पर सवाल किया तो डॉ. मालू बोले- सर अस्पताल काफी पुराना है।
must read : VIDEO : 40 पिलर मे बारूद भर ब्लॉस्ट से उड़ाई बिल्डिंग, पास के मकान पर गिरा मलबा सिलावट ने कहा, पुराना तो मैं भी हूं। उपकरण पुराने हैं तो नए खरीदो, जो चीज चाहिए मुझे लिखित में दो, मैं दिलाऊंगा। मंत्री ने भर्ती महिलाओं से डाइट और इलाज के बारे में जानकारी ली। परिजन ने बताया, यहां टायलेट काफी गंदे रहते हैं, आज थोड़ी सफाई दिख रही है। बाथरूम में गंदगी और ड्रेनेज लाइन खुली होने पर उन्होंने नाराजगी जताई। साथ ही निगम कमिश्रर आशिष सिंह को फोन लगाकर यहां ड्रेनेज व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। स्टाफ ने बोरिंग की व्यवस्था और गार्ड नहीं होने की शिकायत की। इस पर मंत्री ने लिखित में सभी जरूरत देने को कहा और जल्द समस्या हल करने का आश्वासन दिया।
must read : उद्योगपति बाहेती को धमकाने के मामले में मुंबई के व्यापारी को किया गिरफ्तार बोरिंग पर ताला अस्पताल प्रभारी डॉ. मालू ने बताया, पूर्व राज्यसभा सांसद नारायण केसरी की बेटी स्वास्थ्य विभाग में नर्स हैं, अस्पताल के ऊपर मकान में वे रहते हैं। सांसद रहते उन्होंने अस्पताल परिसर में बोरिंग कराया था। 15 साल से बोरिंग पर उनका ताला है, अस्पताल को पानी नहीं मिल पाता। सिलावट ने तुरंत नया बोरिंग कराने का आश्वासन दिया।
must read : उद्योगपति बाहेती को धमकाने के मामले में मुंबई के व्यापारी को किया गिरफ्तार सोनोग्राफी सेंटर भेज रहे मरीज सिलावट पीसी सेठी अस्पताल पहुंचे तो पता चला रोजाना ४० के करीब सोनोग्राफी यहां हो रही हैं, अन्य मरीजों को एमवायएच के सामने निजी सोनोग्राफी सेंटर भेजा जा रहा है। इस पर मंत्री ने जांच के निर्देश दिए। दो ओपीडी काउंटर बढ़ाने और वेटिंग एरिया में पेयजल, कुर्सी और पंखे लगाने को कहा।
must read : मंत्री बोले- आखिरी बार समझा रहा हूं, अब गलती हुई तो शहर से बाहर भेज दूंगा, जानें क्या है मामला तीन दिन में बच्चे की मौत में कार्रवाई बुधवार को लाल अस्पताल में लापरवाही से नवजात की मौत के मामले में सिलावट ने कहा, बच्चे के माता-पिता के दर्द को समझ सकता हूं। मुझे भी अफसोस है। एक नर्स को सस्पेंड किया है। क्लास वन डॉ. अशोक मालू और क्लास-2 डॉ. वंदना केसरी को नोटिस देकर जवाब मांगा है। तीन दिन में जांच पूरी कर दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। बंसल अस्पताल में प्रसूती के बाद नवजात की मौत के मामले में भी स्वास्थ्य विभाग ने डॉ. वंदना तिवारी और अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है।
must read : मंत्री बोले- आखिरी बार समझा रहा हूं, अब गलती हुई तो शहर से बाहर भेज दूंगा, जानें क्या है मामला देश के सरकारी अस्पतालों को भी बनाना है साफ-सुथरा स्वास्थ्य विभाग जिस दशा और दिशा में काफी सुधार की जरूरत है। मंत्री बनने के बाद मैंने डॉक्टरों से चर्चा कि तो उन्होंने मुझे बीमारी की मुख्य जड़ गंदगी बताई। इंदौर जिस तरह सफाई में नंबर वन बना है, वैसे ही प्रदेश के सरकारी अस्पतालों और संस्थाओं को भी साफ-सुथरा बनाना है। इसके लिए मैं खुद झाड़ू और अमला साथ लेकर निकलूंगा।
तुलसीराम सिलावट, स्वास्थ्य मंत्री