फूड टेस्टिंग लैब को लेकर शासन ने हाई कोर्ट में पेश की स्टेटस रिपोर्ट
इंदौरPublished: Oct 22, 2019 06:55:28 pm
तलावली चांदा में लैब के भूमि पूजन की दी जानकारी
फूड टेस्टिंग लैब को लेकर शासन ने हाई कोर्ट में पेश की स्टेटस रिपोर्ट
सिटी रिपोर्टर, इंदौर दूषित खाद्य सामग्री की जांच करने के लिए प्रदेश में एक मात्र फूड टेस्टिंग लेबोरेट्री भोपाल में हैं। किसी भी जिला प्रशासन द्वारा कार्यवाही के बाद जब्त सामग्री को वहां जांच के लिए भेजी जाती है। यहां भेजने के बाद करीब एक महीने में इसकी रिपोर्ट आती है। जब तक रिपोर्ट आती तब तक तो वह सामग्री दुकानदार बेच चुका होता है। इस परेशानी से निजात के लिए प्रदेश के सभी जिलों में भी फूड टेस्टिंग लैब खोलने की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका मंगलवार को हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। जस्टिस एससी शर्मा और जस्टिस शैलेंद्र शुक्ला की युगल पीठ के समक्ष शासन की ओर से स्टेटस रिपोर्ट पेश की गई है। शासन ने बताया है कि इंदौर में फूट टेस्टिंग लैब के निर्माणको लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने भूमि पूूजन किया है। निर्माण कार्य शुरू हो गया है और जल्द ही लैब शुरू हो जाएगी। शासन द्वारा बताया गया गया है ग्वलियर और जबलपुर में भी फूड टेस्टिंग लैब खोलने के लिए जमीन आवंटित कर दी गई । पूर्व पार्षद महेश गर्ग ने एडवोकेट प्रत्युष मिश्रा के माध्यम से यह याचिका दायर की है। शासन द्वारा पेस किए गए जवाब में यह भी जानकारी दी गई है कि खाद्य सामग्री की जांच के लिए चलाए जा रहे सरकार के अभिायन के तहत पिछले दिनों मुंबई और गुजरात की फूड टेस्टिंग लैब में भी यहां लिए गए नमूने भेजे गए हैै। उनकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी जारी है।
इंदौर में फूट टेस्टिंग लैब को लेकर करीब चार साल पहले ही तलावली चांदा में जमीन आवंटित कर दी गई थी लेकिन अब तक काम शुरू नहीं हो सका था। कोर्ट के सख्त आदेशों के बाद अब लैब का भूमि पूजन किया गया। शासन का पहले कहना था उक्त जमीन के मालिकाना हक को लेकर जिला कोर्ट में परिवाद के चलते लैब का काम शुरू नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब भूमि पूजन कर दिया गया।