इंदौर का विस्तार और विकास चारों तरफ हो रहा है, लेकिन सबसे ज्यादा बसाहट रिंग रोड और राऊ-देवास बायपास के आसपास हो रही है। उसका असर है कि पीपल्याहाना चौराहा, बंगाली चौराहा और खजराना जैसे चौराहों पर सुबह और शाम ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है।
इससे बचने के लिए इंदौर विकास प्राधिकरण अब बंगाली चौराहा और पीपल्याहाना चौराहा पर ओवरब्रिज बना रहा है। यहां जाम से बचने के लिए कई लोग छोटी-छोटी गली और तैयार नहीं हुए रास्तों का इस्तेमाल करते है। इसमें से एक सड़क नायता मुंडला से चलकर नेमावर रोड, अग्रवाल पब्लिक स्कूल, रेवेन्यू नगर, कनाडिय़ा जाकर खत्म होती है।
इंदौर मास्टर प्लान में इसे आरई 2 का नाम दिया गया है। बड़ी संख्या में इस कच्चे मार्ग का वाहन चालक उपयोग करते हैं। कुछ दिनों से ये रास्ता बंद हो गया है। नेमावर रोड लखानी फैक्टरी के पास से जाने वाली सरकारी कांकड़ की जमीन पर कब्जा कर एक कॉलोनाइजर ने रास्ता रोक दिया है। इसको लेकर क्षेत्र के रहवासियों ने आपत्ति भी ली, लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। मामले में कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता हरिओम ठाकुर ने एसडीओ श्रीलेखा श्रोत्रिय व तहसीलदार आनंद मालवीय को शिकायत कर जांच की मांग की है। इस पर मालवीय ने पटवारी व आरआई से रिपोर्ट मांगी है।
सरकारी जमीन दबाने का आरोप
हरिओम ठाकुर की शिकायत है कि ग्रेट आनंदा नामक कॉलोनी, जो कि लखानी फैक्टरी से लगी है, उसके कॉलोनाइजर ने देवगुराडिय़ा सर्वे नंबर 6 सड़क की जमीन पर कब्जा कर आने-जाने का रास्ता रोक दिया है। अब उसका निजी उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा भी आसपास के सरकारी खसरे कॉलोनी में आ रहे हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए। उस पर पक्का निर्माण भी किया जा रहा है।
हरिओम ठाकुर की शिकायत है कि ग्रेट आनंदा नामक कॉलोनी, जो कि लखानी फैक्टरी से लगी है, उसके कॉलोनाइजर ने देवगुराडिय़ा सर्वे नंबर 6 सड़क की जमीन पर कब्जा कर आने-जाने का रास्ता रोक दिया है। अब उसका निजी उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा भी आसपास के सरकारी खसरे कॉलोनी में आ रहे हैं, जिसकी जांच होनी चाहिए। उस पर पक्का निर्माण भी किया जा रहा है।