एनएसयूआइ के सम्मेलन में खुलेआम हुआ आचार संहिता का उल्लंघन
इंदौर. भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के प्रदेश अध्यक्ष विपिन वानखेड़े द्वारा तुलसी नगर ग्राउंड में आयोजित एनएसयूआइ के सम्मेलन के दौरान आचार संहिता का खुलकर उल्लंघन किया गया। दरअसल, तुलसी नगर जाने वाले मार्गो पर कांग्रेस नेताओं और मंत्रियों के पोस्टर सरकारी खंभों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लगे हुए थे। पूरे रास्ते को नेताओं के होर्डिंग्स और पोस्टर्स से पाट दिया गया था, जबकि आचार संहिता के चलते बगैर अनुमति के पोस्टर्स लगाना प्रतिबंधित है।
सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही भाजपा सम्मेलन में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के ओएसडी सहित प्रदेश भर में कई स्थानों पर पड़े आकयर विभाग के छापों को लेकर भाजपा पर आरोप लगाया। पटवारी ने कहा, भाजपा लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है। देश में बड़े-बड़े घपले और घोटालों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौन हैं। पटवारी ने इस दौरान भाजपा से पार्टी को मिले चंदे और रैलियों के खर्चे का हिसाब मांगा। वे बोले- जितना चंदा सभी पार्टियों को मिला, उससे दोगुना चंदा भाजपा को मिला। भाजपा जो बड़ी-बड़ी रैलियां कर रही है, उसका हिसाब भी वह दे।
सीएम की सेहत पर छापों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा प्रदेश में पड़े आयकर के छापों पर गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा, यह कार्रवाई बदले की भावना से की गई है। इससे सीएम कमलनाथ की सेहत पर कोई असर नहीं होगा। उन्होंने दोहराया, पिछली सरकार में भ्रष्टाचार करने वालों पर कार्रवाई होगी। जिस अश्विन शर्मा के पास से पैसा मिला है, वह भाजपा का कार्यकर्ता है। भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए छापों को मुद्दा बना रही है।
जांच के लिए दिए आदेश प्रदेश की संस्कृति मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ ने भी आयकर छापों को बदले की भावना करार दिया। उन्होंने महेश्वर में फिल्म दबंग-3 की शुटिंग के दौरान ऐतिहासिक इमारतों के क्षतिग्रस्त होने को लेकर जांच कराने के भी निर्देश दिए।
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