विनायक भय्यू महाराज का विश्वसनीय सेवादार था, शरद भी प्रमुख सेवादार था। वर्ष 2015 में युवती पलक की महाराज के घर में इंट्री हुई थी। आरोप है, योजनाबद्ध तरीके से पलक को विनायक ने ही नौकरी दिलाई थी। भय्यू महाराज की बीमार मां की केयर टेकर के रूप में उसने काम शुरू किया और धीरे-धीरे महाराज की नजदीकी हो गई। आरोप है, भय्यू महाराज से युवती के संबंध बन गए थे, जिसके कारण वह शादी करने का दबाव बना रही थी। महाराज ने बाद में आयुषी से शादी कर ली थी। कुछ समय तो पलक चुप रही, लेकिन बाद में वह शादी के लिए दबाव बनाने लगी। विनायक व शरद भी उसके साथ हो गए थे। डॉ. चौबे के मुताबिक बयानों से पता चला कि पलक ने भय्यू महाराज को शादी करने के लिए एक साल का अल्टीमेटम दिया था। एक साल का अल्टीमेटम 16 जून 2018 को पूरा हो रहा था, युवती लगातार दबाव बना रही थी। सेवादार भी महाराज को कह रहे थे कि आयुषी को छोड़कर पलक से शादी नहीं की तो वह दाती महाराज जैसा हश्र कर देगी। 10 जून को दाती महाराज पर बलात्कार का केस दर्ज हुआ था, जिसके कारण युवती को लेकर भय्यू महाराज दबाव में थे।