कार्यकर्ताओं को देपालपुर, बेटमा से बयान के लिए बुलाया जा रहा है, जबकि जांच दल कार्यकर्ताओं के पास नहीं जा रहा। कार्यकर्ताओं के इंदौर आने से आंगनवाड़ी केंद्र की व्यवस्था गड़बड़ाती है और उन्हें आर्थिक भार भी आ रहा है। एक सप्ताह से अधिक समय में दल महज 70-80 कार्यकर्ताओं के बयान ही दर्ज कर पाया है।
मालूम हो, महिला अधिकारी के खिलाफ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने विभाग के संयुक्त संचालक राजेश मेहरा को शिकायत दर्ज कराई थी कि मैडम उन्हें पुलिस को उनके पक्ष में बयान देने का दबाव बना रही हैं। डरा-धमका रही हैं। पति के पुलिस में उच्च पद पर होने से रौब दिखाती हैं। कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं द्वारा कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। शिकायत की जांच के लिए मेहरा ने तीन सदस्यीय दल बनाया।
तीन दिन में करना थी जांच, दस दिन हो गए
दल को जांच 2 फरवरी तक पूरी कर रिपोर्ट सौंपना थी, लेकिन कार्यकर्ताओं के बयान पूरी तरह दर्ज नहीं होने से और समय मांगा गया। दस दिन बाद भी महज 50 प्रतिशत कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के ही बयान दर्ज हो पाए। इससे जांच दल की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
दल को जांच 2 फरवरी तक पूरी कर रिपोर्ट सौंपना थी, लेकिन कार्यकर्ताओं के बयान पूरी तरह दर्ज नहीं होने से और समय मांगा गया। दस दिन बाद भी महज 50 प्रतिशत कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के ही बयान दर्ज हो पाए। इससे जांच दल की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
कार्यकर्ताओं को आना पड़ रहा बयान के लिए
170 कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को बयान के लिए जांच दल ने इंदौर ही बुलाया है, जबकि दल खुद मौके पर पहुंच जाता तो उनका समय और पैसा दोनों बच जाते और जांच भी समय पर हो जाती। 70-80 कार्यकर्ताओं के बयान दर्ज हो गए हैं। शेष के बयान दर्ज होना हैं। जांच में थोड़ा और समय लगेगा।
राकेश वानखेडे़- जांच अधिकारी, महिला सशक्तिकरण अधिकारी
जांच दल ने और समय मांगा है, समय दिया गया है।
राजेश मेहरा, संयुक्त संचालक, महिला एवं बाल विकास
170 कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को बयान के लिए जांच दल ने इंदौर ही बुलाया है, जबकि दल खुद मौके पर पहुंच जाता तो उनका समय और पैसा दोनों बच जाते और जांच भी समय पर हो जाती। 70-80 कार्यकर्ताओं के बयान दर्ज हो गए हैं। शेष के बयान दर्ज होना हैं। जांच में थोड़ा और समय लगेगा।
राकेश वानखेडे़- जांच अधिकारी, महिला सशक्तिकरण अधिकारी
जांच दल ने और समय मांगा है, समय दिया गया है।
राजेश मेहरा, संयुक्त संचालक, महिला एवं बाल विकास