85 वर्षीय बाबू भाई महिदपुरवाला खुद को खुद किस्मत मानते हैं कि 52 वें धर्मगुरु सैयदना मोहमद बुरहानुद्दीनन के वक्त उन्हें इस खास मौके पर केक सहित अन्य इंतजाम का फरमान मिला हुआ है। सियागंज मस्जिद के आमिल शेख मोईज भाई अकोलावाला ने पवित्र रमजान माह की 23वीं रात शबे कदर पर रविवार रात्रि को मस्जिदों व मरकजों पर बड़ी संख्या में समाजजन ने इबादत की और मगरिब की नमाज के बाद मस्जिदों व मरकजों पर केक काटकर समाजजन ने एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। आमिल ने सबसे पहले केक काटकर बच्चों को खिलाया। उसके बाद बाबू भाई महिदपुरावाला ने केक आमिल को खिलाया। इस अवसर पर अदनान महिदपुरावाला, बाकी भाई कुदरती, मोईज भाई अत्तार व शब्बीर बेगवाला सहित बड़ी संख्या में समाजजन मौजूद थे। पिछले 20 सालों से बड़ा केक भी फातीमा बी ही बना रही है।