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बैंक अधिकारी बन प्रोफेसर के खाते से उड़ाए 73 हजार, खुद को बताया आरबीआई अधिकारी

locationइंदौरPublished: Aug 24, 2019 02:55:19 pm

भंवरकुआं पुलिस ने दर्ज किया धोखाधड़ी का केस

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बैंक अधिकारी बन प्रोफेसर के खाते से उड़ाए 73 हजार, खुद को बताया आरबीआई अधिकारी

इंदौर. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के आईईटी में पदस्थ प्रोफेसर ब्रह्मान सिंह निवासी ब्रह्मपुरी की शिकायत पर भंवरकुआं पुलिस ने एक मोबाइल नंबर व खाताधारक के खिलाफ केस दर्ज किया है।

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टीआई संजय शुक्ला ने बताया, फरियादी को नवंबर 2017 में ठग ने फोन कर खुद को आरबीआई अधिकारी बताया और बातचीत में उनसे आधार कार्ड व एटीएम नंबर प्राप्त कर लिया। फिर कहा कि एटीएम कार्ड को आधार से एक्टिवेट कर रहा हूं। ठग ने उन्हें छह बार मैसेज किए। बाद में उन्हें पता चला कि ठग ने उनके बैंक खाते से आनलाइन वालेट में 73,300 रुपए से अधिक ट्रांसफर कर लिए।

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एटीएम कार्ड बंद होने का झांसा, 48 हजार निकाले

युवक को एटीएम कार्ड बंद होने का झांसा देकर पिन कोड हासिल किए और अकाउंट से 48 हजार निकाल लिए। आजादनगर पुलिस ने समीर पिता अब्दुल की शिकायत पर केस दर्ज किया है।

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सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी देने के नाम पर युवाओं से 22 लाख की ठगी करने के आरोपी को पुलिस ने यूपी से पकड़ा। वह वहां मोबाइल दुकान चलाता है। उसके नाम पर सॉफ्टवेयर कंपनी का संचालन हो रहा था।लसूडिय़ा पुलिस ने 12 अगस्त को करीब 100 युवाओं की शिकायत पर सॉफ्टवेयर कंपनी सुपर लाइट इंफोटेक प्रा.लि. के मालिक वेदप्रकाश शुक्ला निवासी फैजाबाद व मैनेजर शिवांश उर्फ आदित्य राणा निवासी लखनऊ (यूपी) के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। कंपनी ने ऑफिस खोलकर युवाओं को सॉफ्टवेयर डेवलपर पद पर नियुक्ति दी थी।

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कंपनी की पॉलिसी के तहत बांड के रूप में सभी से 25-25 हजार रुपए जमा कराए थे। युवाओं ने करीब 22 लाख रुपए जमा किए। काम कराने के बाद वेतन दिए बिना ऑफिस बंद कर दिया। टीआई संतोष दूधी के मुताबिक, जांच में कंपनी का रजिस्ट्रेशन वेदप्रकाश शुक्ला के नाम होना पता चला। पैसा भी उसी के अकाउंट में जमा हुआ। एसआई अजय गुर्जर की टीम ने फैजाबाद जाकर वेदप्रकाश को गिरफ्तार किया। गुर्जर के मुताबिक, आरोपी वहां मोबाइल दुकान का संचालन करता है। वह खुद के नाम से कंपनी होने से इनकार कर रहा है। उसका कहना है, शिवांश से एक विज्ञापन के जरिए मिला था। उसने नौकरी दिलाने के लिए उसके दस्तावेज लेकर यह फर्जीवाड़ा किया। वह शिवांश को नहीं जानता। पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।

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