अप्रत्याशित बारिश…मौसम विभाग भी चुका और आपदा प्रबंधन केंद्र भी
सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक हुई बारिश अप्रत्याशित थी। न आईएमडी और न कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन केंद्र (केएसएनडीएमसी) ने इसकी कोई भविष्यवाणी की थी। वास्तव में केएसएनडीएमसी ने शहर के लिए बहुत हल्की वर्षा की भविष्यवाणी की थी। बेंगलूरु के मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एसएम मैत्री ने बताया कि बारिश बंगाल की खाड़ी में तमिलनाडु के ऊपर एक चक्रवात बनने के कारण हुई थी, जो मंगलवार की रात उत्तर से दक्षिण आंतरिक कर्नाटक की ओर तेजी से चला गया।
सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक हुई बारिश अप्रत्याशित थी। न आईएमडी और न कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा प्रबंधन केंद्र (केएसएनडीएमसी) ने इसकी कोई भविष्यवाणी की थी। वास्तव में केएसएनडीएमसी ने शहर के लिए बहुत हल्की वर्षा की भविष्यवाणी की थी। बेंगलूरु के मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एसएम मैत्री ने बताया कि बारिश बंगाल की खाड़ी में तमिलनाडु के ऊपर एक चक्रवात बनने के कारण हुई थी, जो मंगलवार की रात उत्तर से दक्षिण आंतरिक कर्नाटक की ओर तेजी से चला गया।
1890 के रिकॉर्ड से ज्यादा
‘शहर में सर्वाधिक वर्षा का रिकॉर्ड 1890 में 16.6 सेंटीमीटर का है। इसके बाद 2009 में 7.7 सेमी से अधिक बारिश हुई। मंगलवार को हुई बारिश 2009 के रिकॉर्ड से ज्यादा है। ’
– एसएम मैत्री, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र, बेंगलुरु
‘शहर में सर्वाधिक वर्षा का रिकॉर्ड 1890 में 16.6 सेंटीमीटर का है। इसके बाद 2009 में 7.7 सेमी से अधिक बारिश हुई। मंगलवार को हुई बारिश 2009 के रिकॉर्ड से ज्यादा है। ’
– एसएम मैत्री, निदेशक, मौसम विज्ञान केंद्र, बेंगलुरु
बिहार में बाढ़ से 41 की मौत
पटना. नेपाल और बिहार में लगातार भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से बिहार में अब तक ४१ लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ से 12 जिलों में करीब 65.37 लाख आबादी प्रभावित है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार कशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सुपौल एवं मधेपुरा बाढ़ से प्रभावित हैं। अररिया में बाढ़ से 21 लोगों की, सीतामढ़ी में 6, किशनगंज में 5, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और दरभंगा में 3-3 और मधुबनी में एक शख्स की मौत हो गई।
पटना. नेपाल और बिहार में लगातार भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से बिहार में अब तक ४१ लोगों की मौत हो चुकी है। बाढ़ से 12 जिलों में करीब 65.37 लाख आबादी प्रभावित है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार कशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, पश्चिमी चंपारण, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सुपौल एवं मधेपुरा बाढ़ से प्रभावित हैं। अररिया में बाढ़ से 21 लोगों की, सीतामढ़ी में 6, किशनगंज में 5, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और दरभंगा में 3-3 और मधुबनी में एक शख्स की मौत हो गई।
यूपी : 36 घंटे लगातार बारिश से बलरामपुर और गोंडा में बाढ़
लखनऊ. देश के कई इलाकों में भारी बारिश जारी है. ऐसे में कई इलाकों में बाढ़ आ गई। बलरामपुर जिले में भारी नुकसान हुआ है। पिछले 36 घंटों से हो रही लगातार बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण सैकड़ों गाँव बाढ़ की चपेट में आ गए। हजारों घर पानी से घिर गए हैं और करीब 2 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गयी है. लोग घरों को छोडक़र सडक़ पर आ गए हैं। राप्ती नदी का जल स्तर खतरे के निशान से करीब 5 फुट ऊपर पहुंच गया है। बलरामपुर-बढऩी राष्ट्रीय राजमार्ग आवागमन ठप हो गया है। एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन को राहत व बचाव कार्य में लगाया गया है।
लखनऊ. देश के कई इलाकों में भारी बारिश जारी है. ऐसे में कई इलाकों में बाढ़ आ गई। बलरामपुर जिले में भारी नुकसान हुआ है। पिछले 36 घंटों से हो रही लगातार बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण सैकड़ों गाँव बाढ़ की चपेट में आ गए। हजारों घर पानी से घिर गए हैं और करीब 2 लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गयी है. लोग घरों को छोडक़र सडक़ पर आ गए हैं। राप्ती नदी का जल स्तर खतरे के निशान से करीब 5 फुट ऊपर पहुंच गया है। बलरामपुर-बढऩी राष्ट्रीय राजमार्ग आवागमन ठप हो गया है। एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन को राहत व बचाव कार्य में लगाया गया है।