इंदिरा पार्क के बगल में स्थित धरना चौक में विरोध प्रदर्शन के लिए मंच पर न केवल विभिन्न पार्टी नेता बल्कि आत्महत्या करने वाले 22 इंटरमीडिएट छात्रों के माता-पिता भी बैठे थे। प्रदर्शन के दौरान तेलंगाना कांग्रेस पार्टी के 2 नेताओं के बीच मुठभेड़ हो गयी।
परेशानी तब शुरू हुई जब कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्य सभा सदस्य वी.हनुमंथ राव माइक्रोफोन हाथ में लिए सभा को सम्बोधित करने जा रहे थे और कांग्रेस प्रवक्ता एम.नागेश मुदिराज आगे की पंक्ति की एक कुर्सी पर बैठना चाह रहे थे। इसी को लेकर हनुमंथ राव और नागेश के बीच हाथापाई हो गयी और हनुमंथ राव ने अपना माइक्रोफोन नागेश के सर पर मार दिया। हनुमंथ राव नागेश को उस कुर्सी पर बैठने से इसलिए रोक रहे थे क्योंकि वह कुर्सी एआईसीसी के महासचिव आरसी खूंटिया के लिए थी।
प्रदर्शन करने आये टीडीपी, टीजेएस और सीपीआई जैसी अन्य पार्टी के नेता भी वहाँ मौजूद थे जो उन्हें लड़ने से रोकने की कोशिश कर रहे थे। यह झगड़ा जल्द ही 2 कांग्रेस नेताओं के बीच चिल्लाने और धक्का देने के मुकाबले में तब मुठभेड़ में बदल गया जब हनुमंथ राव ने नागेश को धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और नागेश ने पलटवार के तौर पर जमीन से उठ कर हनुमंथ राव को भी धक्का दिया। वहाँ मौजूद लोगों ने उन्हें अलग करने की कोशिश की पर वो सब नाकाम रहे।
आरसी खूंटिया और टीपीसीसी अध्यक्ष एन.उत्तम कुमार रेड्डी सहित अन्य कांग्रेस नेता और अन्य पार्टियों के नेताओं ने इस भिड़ंत को गम्भीरता से लेते हुए कहा कि हमारा उद्देश्य आत्महत्या करने वाले इंटरमीडिएट छात्रों और उनके परिवारों की दुर्दशा पर प्रकाश डालना है। ऐसे में एक छोटी सी कुर्सी के लिए आपस में लड़ना अशोभनीय है।