राजनीतिक हलकों में माना जा रहा है कि केसीआर ने आज के शुभ मुहूर्त के कारण ही कैबिनेट विस्तार में अब तक देरी की। हरीश राव को मंत्रीमंडल में शामिल ना कर के केसीआर ने उन्हे राज्य सरकार के अमल-दख़ल से दूर कर दिया। दरअसल वे अपने बेटे की राह से एक रुकावट को दूर करने में लगे हुए थे।
माना जा रहा है कि अब हरीश राव को लोक सभा में भेजा जा सकता है। नए मंत्रियों को आज तेलंगाना के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हन ने राजभवन में शपथ दिलाई। इसके साथ कैबिनेट की कुल ताकत 12 हो गई है। कैबिनेट में कुल 18 मंत्री हो सकते हैं, इसलिए आने वाले दिनों में कैबिनेट का एक और विस्तार होने की संभावना है। सरकार बनने के 68 दिन बाद तेलंगाना मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, केटीआर और हरीश राव बाहर निकल गए, लेकिन झगड़ा अभी भी बरक़रार है।