महाराष्ट्र-तेलंगाना के कई जिलों में बेचा जाता था डीजल, ऐसे बनाया प्लान
चोरी के इस डिपो में पुलिस ने देखा कि वहां पाइप से डीजल की मोटी धार निकल रही थी और उससे एक टैंकर में डीजल भरा जा रहा था। जहां से तेलंगाना और महाराष्ट्र के कई डीजल पंपों पर डीजल बेचा जाता था। मुंबई के रहने वाले हाफिज अजीज चौधरी ने देखा कि इंडियन आयल कॉर्पोरेशन और भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड की डीजल की 2 पाइपलाइन चेर्लापल्ली से घटकेसर जाती है। उसने उन पाइपलाइन्स में छेद करके डीजल चुराने का प्लान बना डाला, जिसमें प्लम्बर और प्राइवेट टैंकर वाले लोग भी शामिल किए गए।
चोरी का डीजल डिपो स्थापित करने के लिए 12 लोगों की टीम बनाई गई। डीजल के पाइपों में उन लोगों ने छेद कर दिया और फिर डीजल पाइपों से कनेक्शन भी निकाल लिया। एक पंप का इस्तेमाल करते हुए पूरे प्रेशर के साथ डीजल पाइपलाइंस से तेल निकालना शुरू कर दिया।
सबसे पहले प्लॉट लिया किराए पर
आरोपियों ने हैदराबाद के कीसरा इलाके में एक प्लॉट किराए पर लिया, जिसके नीचे से डीजल की पाइपलाइन गुजर रही हैं। प्लॉट में पहले एक अस्थाई शेड बनाया गया और फिर उसके अंदर खुदाई कर पाइप लाइन तक पहुंचाया गया। डीजल पाइपलाइन्स में छेद करना सबसे मुश्किल काम था, क्योंकि पाइपों में तेज दबाव के साथ डीजल बहता है और जरा सी असावधानी से आग लग सकती थी। डीजल चोरी में लगी 12 लोगों की गैंग ने इस काम में दो टैंकर्स का इस्तेमाल किया और तेलंगाना और महाराष्ट्र में कई जगहों पर चोरी का डीजल बेचा। गैंग ने डीजल पाइपों से 7 टैंकर भरकर बेच डाले। पुलिस को अब तक मिली जानकारी के मुताबिक करीब 1 लाख 30 हजार किलो लीटर डीजल चोरी हो चुका है।