दूसरी ओर मुख्यमंत्री चंद्राबाबू नायडू ने चुनाव आयोग को कल एक पत्र लिख कर फानी चक्रवात से जिन जिलों पर ज़्यादा प्रभाव पड़ने वाला है उनमें राहत कार्यों को करने देने की अनुमति माँगी है। नायडू का कहना है कि आदर्श आचार संहिता के नियमों से प्रशासन को छूट मिलनी चाहिये ताकि वे तमाम आवश्यक काम आसानी से अंजाम दे सकें। विशाखापट्नम में चल रही तेज हवाओं के कारण धुल उठ रही है, जिससे यात्रिओं को अपने मंजिल तक पहुँचने में कई समस्याओं का सामना करना पड रहा है। चक्रवात की चेतावनी के कारण अधिकारी सतर्क हैं और प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक व्यवस्था कर रहे हैं।
आँध्रप्रदेश के मुख्य सचिव एल.वी.सुब्रमण्यम ने जिलाधीश और आरटीजीएस अधिकारियों के साथ ‘फानी’ चक्रवात की समीक्षा की। मौसम विभाग द्वारा दी गई चेतावनी को ध्यान में रखते हुए मुख्य सचिव सुब्रमण्यम ने तटीय इलाकों के तीन आईएएस अधिकारियों को तैनात किया है। साथ ही हर मंडल के लिए जिलास्तरीय अधिकारी को भी नियुक्त किया है। मुख्य सचिव ने उत्तर तटीय इलाकों में अधिकारियों को सतर्क कर दिया है। उन्होंने अधिकारियों को फनी के प्रभावित इलाकों में सभी प्रकार की जरूरत की सामग्री इकठ्ठा करने का निर्देश दिया है। सामग्री में जेनरेटर्स, दवाइयां और खाने के पदार्थ रखने को कहा।
मुख्य सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि जैसे ही फनी तूफान तट पार करे, तुरंत बिजली की मरम्मत का काम शुरू किया जाए। दूसरी तरफ मौसम विभाग ने बताया कि फानी तूफान तेज गति से आगे बढ़ते आ रहा है। यह तूफान गोपालपुर-चांदबली (ओडिशा) के पास तट को पार करेगा। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि जब फानी तूफान तट पार करेगा, तब प्रति घंटा 200 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी।