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तू’फानी’ मुसीबत ने बदली अपनी राह, बच गया आँध्रप्रदेश, फिर भी हुआ इतना नुकसान

locationहैदराबादPublished: May 03, 2019 07:41:40 pm

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Prateek

आँध्रप्रदेश ने फोनी तूफान से निपटने की तैयारी कर ली थी…
 

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(हैदराबाद): आंध्रप्रदेश के तटीय क्षेत्रों पर फोनी चक्रवात के टकराने की संभावनाएं थी। परन्तु इस चक्रवात ने अपनी दिशा बदल दी। आँध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू ने फोनी चक्रवात के कारण राज्य में हुए नुक्सान को बताते हुए कहा की आँध्रप्रदेश में 733 गांव प्रभावित हुए और 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। फोनी चक्रवात के कारण विशाखापट्नम और उसके आसपास के क्षेत्रों में फंसे यात्रियों को निकालने के लिए विशाखापट्नम से मुंबई सीएसटीएम तक एक विशेष ट्रैन की शुक्रवार और शनिवार के लिए व्यवस्था की गई है। यह विशेष ट्रैन कोणार्क एक्सप्रेस (11020) के समय पर चलेगी। जनता से इसका उपयोग करने का अनुरोध किया गया है। यह विशेष ट्रैन विशाखापट्नम से आज यानी 3 मार्च को 22.35 बजे और विजयवाड़ा से 05.20 बजे रवाना होगी जबकि कुछ ट्रेनें कल यानी 4 मार्च को सिकंदराबाद से निकलेंगी।


आँध्रप्रदेश ने फोनी तूफान से निपटने की तैयारी कर ली थी। किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों को तैयार रहने का निर्देश दिया गया था। यहां तक कि रेल विभाग ने 81 रेलगाड़ियां परिवर्तित कर दी थी। दोनों ओर से रेल मार्ग में बदलाव किया गया था। दक्षिण मध्य रेलवे (दमरे) ने भी फोनी चक्रवात ने निपटने की तैयारी कर ली थी। दमरे के महाप्रबंधक गजानन माल्या ने सिकंदराबाद के रेल निलयम में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपदा की तैयारी के सम्बन्ध में बैठक की थी। उस बैठक में सभी मंडल के प्रबंधकों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया था।

सेक्शन में चलने वाले ट्रेनें चक्रवात से प्रभावित हो सकती थी। इसलिए विजयवाड़ा से भुवनेश्वर की लम्बी दूरी के यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए एक अच्छी अल्पकालिक योजना तैयार की गई थी। राजमंड्री और दुबक्का के बीच सभी स्टेशनों पर 24 घंटे निगरानी राखी गई थी। डीजल इंजनों के साथ ही अतितिक्त इंजनों को महत्वपूर्ण जगहों पर तैयार रखा गया था। विजयवाड़ा डिवीजन में आपातकालीन परिस्थितियों के लिए पावर कार, डीजल जनरेटर, टॉवर कार, दुर्घटना राहत ट्रैन और मेडिकल टीमों को तैयार रखा गया था। रेल लाइनों, पुल आदि पर महत्वपूर्ण जगहों पर निगरानी के लिए कर्मचारियों को तैनात किया गया था।

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