महिलाओं को लुभाने के लिए राजनीतिक दलों ने भी अपने घोषणा पत्रों में महिलाओं के लिए कई वादे किए हैं। इस बार यह भी देखा जा रहा है कि राजनीतिक दलों की सभाओं में महिलाएं भी बड़ी संख्या में पहुंच रही है। भाजपा ने जहां मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरुकता पैदा करने पर बल दिया है। भाजपा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण एवं वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देना चाहती है। उधर कांग्रेस ने भी घोषणा पत्रों में महिलाओं के लिए लोक-लुभावन कई वादे किए हैं। कांग्रेस अपनी गारंटी योजनाओं के जरिए महिलाओं के करीब जा रही है। बढ़ती कीमतों को भुनाने की कोशिश कर रही है। महिलाएं अब स्वतंत्र निर्णय लेने लगी है। वे स्वतंत्र रूप से मताधिकार का प्रयोग कर रही है। ऐसे में राजनीतिक दल सीधे महिलाओं से संपर्क साध रहे हैं।
उडुपी-चिकमगलूर में 51.51 फीसदी
मैसूर में 50.91 फीसदी
शिमोगा में 50.74 फीसदी
मांड्या में 50.71 फीसदी
कोप्पल में 50.69 फीसदी
तुमकुर में 50.67 फीसदी
बेल्लारी में 50.66 फीसदी
चामराजनगर में 50.56 फीसदी
कोलार में 50.53 फीसदी
रायचूर में 50.48 फीसदी
बागलकोट में 50.40 फीसदी,
चिक्कबल्लापुर में 50.32 फीसदी
हासन में 50.21 फीसदी
बेलगाम में 50.19 फीसदी,
दक्षिण कन्नड़ में 51.17 फीसदी
चित्रदुर्ग में 50.13 फीसदी
दावणगेरे में 50.09 फीसदी