जानिए कब किया गया था पहली किताब का कॉपीराइट, इन आसान तरीकों से आप भी सुरक्षित करवा सकते हैं अपनी किताब आपको बता दें कि कुछ ख़बरों के मुताबिक़ इस गांव में शादीशुदा और गृहस्थ महिलाओं से ज्यादा काम करवाने के लिए उनके गर्भाशय ( womb ) निकलवाए जा रहे थे। दरअसल ऐसा इललिए किया जाता है जिससे महिलाओं के पीरियड्स बंद हो जाएं और उनसे बिना छुट्टी के भी काम करवाया जा सके, यह मामला सुनने में बेहद अजीब और अमानवीय लगता है लेकिन इस मामले का एक दूसरा पहलू भी है।
दरअसल, महाराष्ट्र के बीड जिले में सूखे की वजह से गरीबी बहुत है। जिसके चलते यहां की महिलाओं को गन्ने की कटाई के लिए दूसरों के खेतों में काम करना पड़ता है। आपको बता दें कि गरीबी से निपटने के लिए ये महिलाएं बिना छुट्टी लिए हुए काम करना चाहती हैं और इसके लिए वो खुद ही अपना गर्भाशय निकलवा देती हैं। एक ठेकेदार के मुताबिक़ किसी भी महिला को उसका गर्भाशय निकालने के लिए जोर जबरदस्ती नहीं की जाती है। ये सब वो अपनी मर्जी से ही कर रही हैं।
ठेकेदार के मुताबिक़ गन्ने की कटाई के लिए हमें टार्गेट मिलता है जिसे तय समय में पूरा करना होता है ऐसे में काम समय से पूरा करवाने के लिए बिना गर्भाशय वाली महिलाओं को ही काम दिया जाता है। इस मामले में एक और चौंकाने वाली बात ये है कि महिलाएं अपना गर्भाशय निकलवाने के लिए ठेकेदार से लोन लेती हैं बाद में इसे चुकाती हैं।
छोटा राजन की वजह से ममता कुलकर्णी को मिलता था बॉलीवुड में काम! बनना चाहती थीं सुपरस्टार लेकिन इस मामले में सबसे हैरान करने वाले बात ये है कि जहां बड़ी उम्र की महिलाएं अपना गर्भाशय निकलवा रही हैं वहीं दूसरी तरफ 22 से 25 साल की महिलाएं भी अपना गर्भाशय निकलवा रही हैं जो बेहद ही खतरनाक स्थिति है और इतनी कम उम्र में अपने शरीर से गर्भाशय निकलवा देने की वजह से महिलाओं की सेहत ( health ) पर बुरा असर पड़ता है। ऐसा करवाना महिलाओं के लिए जानलेवा साबित हो सकता है लेकिन गरीबी से निपटने के लिए महिलाओं को ये तरीका सही लगता है और वो तुरंत इसे लेकर फैसला कर लेती हैं।