इस गांव में पार्ना लोहरा नामक एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ रहता है। पार्ना के दामाद ने इस बीच एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम दे बैठा जिसके चलते मजबूरी में पार्ना को उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करानी पड़ी।
पार्ना के दामाद का नाम फलेन्द्र है। फलेन्द्र ने सबसे पहले अपनी सास के सिर को धड़ से अलग किया और उसके बाद उसमें से उसने रक्तपान किया। जब ससूर पार्ना ने उसे यह सब करते हुए देख लिया तो वह वहां से नौ दो ग्यारह हो गया।
पार्ना के शिकायत करने पर पुलिस ने बिना देर किए फलेन्द्र को ढूंढना शुरू कर दिया। पुलिस इस बीच जोरो-शोरो से जांच पड़ताल करती रही और अंत में इस मंगलवार को फलेन्द्र पुलिस के हाथों पकड़ा गया।
पुलिस द्वारा पूछताछ करने के दौरान फलेन्द्र ने कुछ ऐसा कह डाला जिस पर यकीन करना नामुमकिन है। अपना जुर्म कबूलते हुए फलेन्द्र ने कहा कि उसने अपनी सास साकूरी देवी के साथ ऐसा इसलिए किया क्योंकि वह एक शक्तिशाली तान्त्रिक बनने की चाह रखता है।
जी हां दरअसल, फलेन्द्र तंत्र-मंत्र जैसी बातों पर न केवल विश्वास करता है बल्कि वह इस काम से काफी लंबे समय से जुड़ा भी हुआ है और अपना मनचाहा मुकाम हासिल करने के लिए उसने इस भयंकर काम को अंजाम दिया।
फलेन्द्र ने कहा कि, पहले उसने अपनी सास की बलि चढ़ाई और फिर उस खून पीने के बाद बॉडी को वहीं फेंककर भाग गया। जब ससूर पार्ना ने उसे देख लिया तो वह वहां से भागकर किसी रिश्तेदार के घर जा छिप गया। वहीं से फलेन्द्र को पुलिस ने पकड़ा।
पुलिस जब घटनास्थल का मुआयना करने गए तो उन्हें वहां से एक बत्तख और एक बछड़े का भी सिर कटा हुआ धड़ मिला। आज 21 वीं सदी में रहकर भी कोई ऐसा कर सकता है इस पर यकीन करना वाकई में मुश्किल है।