असहिष्णुता बढ़ने के इस समय में कृष्णा दास के संदेश और भी प्रासंगिक हो जाते हैं। उन्हें जब लगता है कि लोगों को फला चीज़ के बारे में सलाह देनी चाहिए वे ट्रैफिक सिग्नल पर खड़े होकर लोगों तक अपनी बात पहुंचाते हैं। मोरारी बापू को गुरु मानने वाले कृष्णा दास किसी से आर्थिक मदद नहीं लेते। दोपहर को एक मारवाड़ी होटल पर ये निशुल्क खाना ज़रूर खाते हैं। एक तख्ती को लेकर कृष्णा दास हमेशा उसी जगह पर खड़े रहते हैं साथ ही किसी से कोई आर्थिक मदद नहीं लेते। बता दें, उसकी तख्ती पर इंसानियत से जुड़ा कोई ना कोई संदेश लिखा होता है जिसे वो लोगों को पढ़ता है और उन्हें धर्म की राह पर चलना सिखाता है। उसमें से एक है ‘अपने धर्म पर चलो’ पर सबसे प्रेम करो।