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मुंबई हादसा: जहां न पहुंच सकती है क्रेन और एंबुलेंस, वहां लोगों ने ऐसे बचाई जान

Published: Jul 17, 2019 11:27:37 am

Submitted by:

Prakash Chand Joshi

मुंबई में काफी समय से हो रही है भारी बारिश
पहले भी कई हादसे हो चुके हैं मायानगरी में

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मुंबई हादसा: जहां न पहुंच सकती है क्रेन और एंबुलेंस, वहां लोगों ने ऐसे बचाई जान

नई दिल्ली: पूरा देश गर्मी से काफी परेशान था ऐसे में लोगों को बारिश का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार था। बारिश हुई लेकिन मायानगरी मुंबई ( mumbai ) के लिए ये बारिश किसी काल से कम बनकर नहीं आई। मंगलवार को मुंबई में दर्दनाक हादसा हुआ। मूसलाधार बारिश ( rain ) से जूझने के बाद डोंगरी इलाके में 100 साल पुरानी एक चार मंजिला इमारत ढह गई। अब तक इस हादसे में लगभग 14 लोगों की मौत हो गई है और 30 से 40 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।

 

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लोगों ने की मदद

मलबे में दबे 9 घायलों को बाहर निकाला गया। रेस्क्यू ऑपरेशन ( Rescue Operation ) भी चलाया गया है, लेकिन यहां सबसे बड़ा चैलेंज यहां की संकरी गलियां हैं। यहां क्रेन और एंबुलेंस नहीं पहुंच सकती है। ऐसे में यहां के स्थानीय लोगों ने जो किया वो इंसानियत की मिसाल पेश करती है। यहां के लोगों की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया ( social media ) पर वायरल हो रही हैं। डोंगरी इलाके के स्थानीय निवासी लोगों की जान बचाने में लगे हैं। लोगों ने घायलों को एंबुलेंस तक पहुंचाने के लिए मानव श्रृंखला बनाई और लोगों की मदद की।

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क्रेन पहुंचती तो बच सकते थे लोग

तस्वीरों में दिख रहा है कि कैसे यहां के स्थानीय लोग मानव श्रृंखला बनाकर ईट और कंक्रीट का मलबा हटा रहे हैं। हालांकि, यहां एनडीआरएफ ( NDRF ) की तीन टीमें, फायर ब्रिगेड, पुलिस और बीएमसी की आपदा प्रबंधन टीम बचाव और राहत कार्य में लगी हुई हैं। लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ( Devendra Fadnavis ) ने बताया कि गली में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं जा पा रही हैं। ऐसे में ये सभी टीमें पैदल ही घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू का काम कर रहे हैं। डोंगरी के ही रहने वाले शाहनवाज कापड़े के मुताबिक, अगर घटना स्थल तक जेसीबी मशीनें पहुचं जाती तो हताहतों की संख्या कम हो सकती थी।

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