इसलिए होगा इसका इस्तेमाल
अन्य मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुरक्षा के लिहाज से भारत सरकार ( Government of India ) के पास ईमेल और मैसेजिंग का सिस्टम होना चाहिए। इसमें खास बात ये रहेगी कि ये विदेशी कंपनियों पर निर्भर नहीं होगा। अधिकारी के मुताबिक, कम से कम सरकारी संचार के लिए ऐसे सिस्टम की तत्काल जरूरत है। इस बात को लेकर चर्चा हो रही है कि हमारे पास आधिकारिक संचार के लिए सुरक्षित और स्वदेशी रूप से विकसित एक नेटवर्क होना चाहिए। ऐसे में व्हाट्सएप्प ( WhatsApp ) जैसा ऐप बनाने को लेकर बातचीत चल रही है। जिस एप्प के बारे में बातचीत चल रही है उसका इस्तेमाल सराकरी एजेंसियों के बीच कंम्यूनिकेशन के लिए किया जाएगा।
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क्यों बना रही है सरकार ये एप्प
भारत में वैसे तो व्हाट्सएप्प ऐप चल रहा है, लेकिन सरकार इस नई ऐप को बनाने के लिए इसलिए सोच रही है ताकि इस ऐप पर सरकारी बातचीत हो सके। साथ ही इसका डाटा पूरी तरह से सुरक्षित हो और वो भारत में ही रह सके। अधिकारी के मुताबिक, पहले तो इस ऐप का इस्तेमाल सरकारी तंत्र के लिए होगा। वहीं जब ये ऐप सफल हो जाएगा तो इसको आम आदमी के लिए भी पेश किया जाएगा। गौरतलब, है कि अब तक मैसेजिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ऐप का डाटा विदेशी कंपनियों के पास रहता है। ऐसे में अगर ये ऐप बनता है तो डाटा सुरक्षित हाथों में रह सकता है।