39 साल की इस महिला का नाम वहीदा मोहम्मद है जो ने इराक के सिरकत की रहने वाली है।किसी जमाने में आतंकियों ने वहीदा के परिवार को मार डाला था। उनके पिता, तीन भाई और दो पति आतंकियों के हाथ मारे गए। वहीदा पर भी छह बार जानलेवा हमला किया गया, लेकिन हर बार वह किसी न किसी तरह से बच निकलने में कामयाब हुई।
वहीदा इन सबका बदला लेना चाहती है और इसके लिए उसने आईएस आतंकियों को खत्म करने के लिए एक कैंपेन छेड़ा है। वहीदा आतंकियों को पकड़कर बड़ी ही बर्बरता के साथ उनकी हत्या करती है। आतंकियों से उसे इस हद तक नफरत है कि उन्हें मारने के बाद भी वहीदा उनके शवों के साथ क्रूरता से पेश आती है।
आतंकियों के सिर कलम कर उन्हें पकाती हैं और उनकी बॉडी आग में झुलसा देती हैं। इन दहशतगर्दों को डराने के लिए वह उन्हें मारने के फोटोज अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करती है। अब तक वह 18 से ज्यादा आतंकियों को दर्दनाक मौत दे चुकी है। ISIS भी वहीदा से खौफ खाता है।
आईएसआईएस की हिट लिस्ट में वहीदा टॉप पर है। वहीदा को लगातार मौत की धमकी मिलती रहती है, लेकिन उसे इन सब की कोई परवाह नहीं है।साल 2004 से अल जुमाएली (उम हनादी) नामक ग्रुप से जुड़ी वहीदा का एकमात्र उद्देश्य आतंकियों को खदेड़ना है।