मामला शनिवार का है। यहां 77 वर्षीय एक महिला किसी वजह से पैर फिसलकर जमीन पर गिर गई थी जिस वजह से उनके कूल्हे की हड्डी टूट गई। वृद्ध महिला के बेटे Mark Clements को इस बारे में पता चला तो वह एक सेकेंड गवाए बिना तुरंत घटनास्थल की ओर भागा।
डेवान के एक्समाउथ पर जब युवक 300 किलोमीटर का सफर तय करके पहुंचा तो सामने के दृश्य को देख वह हैरान रह गया। उसने देखा कि उसकी मां दर्द से कराह रही थी। उसने रिश्तेदारों से बात की तो पता चला कि दुर्घटना के तुरंत बाद 999 पर फोन कर एम्बुलेंस लाने की बात कही गई थी, लेकिन करीब 7 घंटे बीत जाने के बावजूद कोई एम्बुलेंस नहीं पहुंची। आश्चर्य की बात तो यह है कि एम्बुलेंस स्टेशन घर से मात्र 10 मिनट की दूरी पर था।
बेटा दो ट्रेन बदलकर 300 किलोमीटर की दूरी 3 घंटे 40 मिनट तय कर घर आ पहुंचा जबकि 10 मिनट का सफर तय कर एक एम्बुलेंस नहीं आ सकी जो कि वाकई में एक शर्मनाक बात है। हालांकि बाद में साउथ वेस्टर्न एम्बुलेंस सर्विस ने इस मसले पर माफी मांगी है। Mark Clements की मां अभी अस्पताल में भर्ती हैं और रविवार ऑपरेशन कर उनकी हड्डी को जोड़ा जाएगा।