दूसरे गार्डो का कहना
दूसरे गार्ड बता रहे हैं कि ऐसे ही मिलते-जुलते नंबरों से उनके पास सेलेरी स्लीप अपडेट करने के नाम पर पीएफ व अकाउंट नंबर और बैंक का विवरण मांगा जा रहा है।
ऐसे वॉट्सएप ग्रुप में दाखिल हुई कथित महिला रजनी
रेलवे की जानकारी साझा करने ऑल इंडिया गार्ड ग्रुप में रेलवे जोन के 205 गार्ड जुड़े थे। ग्रुप में 12 एडिमन थे। इनमें से एक एडमिन बीना जंक्शन के रेल गार्ड मुकेश कुमार ने एक नया नंबर ग्रुप में एड किया। जो रजनी गुप्ता का था। ग्रुप में आते ही रजनी ने सारे एडमिन हटाकर धमाका किया। और खुद एडमिन बनकर ग्रुप चलाने लगी। कुछ को रिमूव कर दिया। जिस गार्ड ने इसे ग्रुप से जोड़ा उन्होंने अपना मोबाइल स्वीच ऑफ कर लिया। खुद एडिमन बनी महिला भी कॉल रिसीव नहीं कर रही थी।
रेलवे की जानकारी साझा करने ऑल इंडिया गार्ड ग्रुप में रेलवे जोन के 205 गार्ड जुड़े थे। ग्रुप में 12 एडिमन थे। इनमें से एक एडमिन बीना जंक्शन के रेल गार्ड मुकेश कुमार ने एक नया नंबर ग्रुप में एड किया। जो रजनी गुप्ता का था। ग्रुप में आते ही रजनी ने सारे एडमिन हटाकर धमाका किया। और खुद एडमिन बनकर ग्रुप चलाने लगी। कुछ को रिमूव कर दिया। जिस गार्ड ने इसे ग्रुप से जोड़ा उन्होंने अपना मोबाइल स्वीच ऑफ कर लिया। खुद एडिमन बनी महिला भी कॉल रिसीव नहीं कर रही थी।
गार्ड से पूछ रही ऐसे सवाल
इसी ग्रुप में जुड़े भोपाल में ऑल इंडिया गार्ड कौंसिल (एआईजीसी) के पूर्व सचिव आरएस माली ने पूछा -रजनी गुप्ता कौन से मंडल से गार्ड हो। मुख्यालय कहां है? आप अपना बायोडाटा नहीं बताओगी तो पुलिस के साइबर सेल में शिकायत की जाएगी। 24 घंटे में अपना नाम-पता बताकर माफी मांग लो। इसके बाद ग्रुप के मेंबर भी मैसेज डालने लगे कि ग्रुप हैक करने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा। रजनी को अरेस्ट किया जाएगा। मुकेश कुमार ने यह नंबर जोड़ा है। साइबर क्राइम पुलिस उनके घर भी जाएगी। एक से अधिक एडमिन होने से यही होता है। मेन को हटाकर कोई भी एडमिन बन जाता है। सिटी थाने में शिकायत करने वाले गार्ड गौर का कहना है कि अभी तो किसी गार्ड के के साथ फ्राड का पता नहीं है लेकिन उक्त महिला ग्रुप का गलत इस्तेमाल कर सकती है।
इसी ग्रुप में जुड़े भोपाल में ऑल इंडिया गार्ड कौंसिल (एआईजीसी) के पूर्व सचिव आरएस माली ने पूछा -रजनी गुप्ता कौन से मंडल से गार्ड हो। मुख्यालय कहां है? आप अपना बायोडाटा नहीं बताओगी तो पुलिस के साइबर सेल में शिकायत की जाएगी। 24 घंटे में अपना नाम-पता बताकर माफी मांग लो। इसके बाद ग्रुप के मेंबर भी मैसेज डालने लगे कि ग्रुप हैक करने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा। रजनी को अरेस्ट किया जाएगा। मुकेश कुमार ने यह नंबर जोड़ा है। साइबर क्राइम पुलिस उनके घर भी जाएगी। एक से अधिक एडमिन होने से यही होता है। मेन को हटाकर कोई भी एडमिन बन जाता है। सिटी थाने में शिकायत करने वाले गार्ड गौर का कहना है कि अभी तो किसी गार्ड के के साथ फ्राड का पता नहीं है लेकिन उक्त महिला ग्रुप का गलत इस्तेमाल कर सकती है।