— २५ किमी में ३६ सिग्नल इटारसी से बुदनी के बीच सेक्शन की लंबाई करीब २५ किमी है। इस सेक्शन में करीबन ३६ ऑटोमैटिक सिग्नल लगाने का काम रेलवे ने पूरा कर लिया है। रेलवे ने बीच के हिस्सों में कुछ सिग्नल को आपस में कनेक्ट कर लिया है मगर सभी सिग्नलों का आरआरआई से कनेक्शन होना जरुरी है। इसकी अनुमति का मामला सीआरएस दिल्ली के पास लंबित है। अनुमति नहीं होने से ना तो सिग्नल सिस्टम चालू हो पा रहा है और ना ही थर्ड लाइन पर ट्रेन ली जा रही है।
—– ११० किमी की स्पीड का ट्रॉयल इटारसी से बुदनी के बीच सेक्शन में इसी वर्ष अप्रैल महीने में थर्ड लाइन पर ट्रेन संचालन का ट्रायल हो चुका है। सीआरएस की मौजूदगी में ११० किमी प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन का सफल संचालन हो चुका है। भविष्य में लगभग इसी स्पीड से थर्ड लाइन पर ट्रेनों का संचालन रेलवे करेगी।
—- ३२ किमी में पहाड़ बने अड़ंगा बुदनी से बरखेड़ा के बीच घाट सेक्शन की लंबाई करीब ३२ किमी है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक इस सेक्शन में पहाड़ों को काटने में बहुत समय लग रहा है इसी कारण थर्ड लाइन का काम इस सेक्शन में रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। सेक्शन में काम चल रहा है मगर अभी भी करीब १५ से २० किमी के हिस्से में पहाड़ को काटा जाना बाकी है।
——- किसने क्या कहा इटारसी-बुदनी सेक्शन में तकनीकि कारणों से ट्रेन का संचालन नहीं हो पा रहा है। घाट सेक्शन में पहाड़ों के कारण थोड़ी दिक्कत है मगर वहां भी थर्ड लाइन का काम तेजी से चल रहा है।
आईए सिद्दकी, जनसंपर्क अधिकारी भोपाल मंडल