टीआई प्रवीण कुमरे ने बताया कि घटना के बाद मिला मृतका का मोबाइल लॉक था, फिंगर प्रिंट से लॉक नहीं खुलने के बाद मृतका की आंखों की पुतली से स्कैन होने के बाद लॉक खुला। जिसमें 100 से अधिक अश्लील तस्वीरें और मैसेज मिले हैं। टीआई ने बताया कि आरोपी विधि का छात्र है। उसने मृतका की सिम से वाट्सएप चलाकर मैसेज किए उसी नंबर पर प्रेमिका ने जवाब दिए। इससे वह पकड़ में आ गया। आरोपी ने घटना के बाद अपना मोबाइल सिम तोड़ कर साक्ष्य छिपाने का काम किया है।
आरोपी पर पूर्व से हैं अपराध दर्ज
टीआई ने बताया कि 6 माह पहले नाबालिग छात्रा की आत्महत्या के मामले में आरोपी के खिलाफ 306 का अपराध दर्ज हुआ है। वह जमानत पर है। एक युवक पर प्राण घातक हमला करने का भी केस दर्ज है। वह लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाता था। घटना के बाद पुलिस आरोपी को पूछताछ के लिए थाने लाई तो दूसरे दिन आरोपी के परिजनों ने न्यायालय में आवेदन लगा दिया था पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर आरोपी को छोड़ दिया था।
टीआई के अनुसार मृतक छात्रा ने पूर्व में डायल 100 को फोन कर पुलिस को घर बुलाकर परिजनों के खिलाफ शिकायत की थी। एसआई प्रवीण मालवीय ने दोनों पक्षों को समझाइश दी और कोर्ट में जाने का मश्विरा दिया था।
प्रेम प्रसंग का मामला है आरोपी अपराधी प्रवृत्ति का है। जान बूझकर एक पत्र वायरल करवाया जो दबाव में लिखवाया गया था। अश्लील चित्रों को रखकर लड़की से मिलने का दबाव बनाता था जिसके चलते लड़की ने आत्महत्या की है। मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर प्रकरण विवेचना में लिया गया है।
शिवेन्दू जोशी, एसडीओपी