1976 में बना था डेम
विभागीय जानकारी के मुताबिक इटारसी के तवा नगर में यह डेम वर्ष 1976 में बना था। डेम की नहरों से होशंगाबाद एवं हरदा जिले को किसानों को रबी फसलों की सिंचाई सहित आर्डिनेंस फैक्ट्री व एचईजी को पानी मिलता है। गेहूं के बंपर उत्पादन में तवा डेम की मुख्य भूमिका रहती है। यही वजह है कि देश में मप्र को कृषि कमर्ण अवॉर्ड भी लगातार मिल रहा है।
विभागीय जानकारी के मुताबिक इटारसी के तवा नगर में यह डेम वर्ष 1976 में बना था। डेम की नहरों से होशंगाबाद एवं हरदा जिले को किसानों को रबी फसलों की सिंचाई सहित आर्डिनेंस फैक्ट्री व एचईजी को पानी मिलता है। गेहूं के बंपर उत्पादन में तवा डेम की मुख्य भूमिका रहती है। यही वजह है कि देश में मप्र को कृषि कमर्ण अवॉर्ड भी लगातार मिल रहा है।
सुरक्षा को लेकर हो रही चूक
डेम के प्रतिबंधित गेट एरिया में दोनों तरफ के लोहे के गेट से भी वीआईपी के नाम पर लोगों को वाहन समेत जाने-आने की एंट्री दी जाती है, जबकि यहां सुरक्षा गार्ड तैनात हैं। डेम के सामने के दोनों तरफ के एरिया में पुलिसकर्मी तैनात नहीं रहते। लोग जान जोखिम में डालकर अपने परिवार-बच्चों के साथ रैलिंग पर खड़े होकर मोबाइल से सेल्फी लेते हैं।
डेम के प्रतिबंधित गेट एरिया में दोनों तरफ के लोहे के गेट से भी वीआईपी के नाम पर लोगों को वाहन समेत जाने-आने की एंट्री दी जाती है, जबकि यहां सुरक्षा गार्ड तैनात हैं। डेम के सामने के दोनों तरफ के एरिया में पुलिसकर्मी तैनात नहीं रहते। लोग जान जोखिम में डालकर अपने परिवार-बच्चों के साथ रैलिंग पर खड़े होकर मोबाइल से सेल्फी लेते हैं।
प्रपोजल और डिजाइन भेजा है
डेम के गेटों की दोनों तरफ के रैलिंग को नए सिरे बनाने करीब 60-70 लाख रुपए का प्रपोजल मुख्य अभियंता एवं डिजाइन विभाग को भेजा है, जल्द काम शुरू होगा। डेम की सुरक्षा को लेकर गार्ड तैनात रहते हैं।
आईडी कुमरे, एसडीओ तवा परियोजना
डेम के गेटों की दोनों तरफ के रैलिंग को नए सिरे बनाने करीब 60-70 लाख रुपए का प्रपोजल मुख्य अभियंता एवं डिजाइन विभाग को भेजा है, जल्द काम शुरू होगा। डेम की सुरक्षा को लेकर गार्ड तैनात रहते हैं।
आईडी कुमरे, एसडीओ तवा परियोजना