स्वास्थ्य सेवाओं की खुली पोल, अस्पतालों में दवा और संसाधनों का टोटा, स्वास्थ्य अधिकारियों को नोटिस
होशंगाबादPublished: Jul 21, 2019 08:55:32 pm
होशंगाबाद, हरदा और बैतूल समेत प्रदेश के २४ जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को नोटिस
होशंगाबाद
सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है। कहीं दवाइयों का टोटा तो कहीं इलाज के लिए पर्याप्त संसाधन नदारद हैं। मेटरनिटी वार्ड में मरीज ज्यादा और पलंग कम होने से मरीज को जमीन पर लिटाया जाता है। स्वास्थ्य सेवाओं की यह पोल अपै्रल में मातृ स्वास्थ्य शाखा द्वारा आयोजित नर्सिंग मेंटर्स की समीक्षा बैठक में खुली। स्वास्थ्य सेवाओं में कमी के लिए जिम्मेदार होशंगाबाद, हरदा और बैतूल समेत प्रदेश के २४ जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को स्वास्थ्य आयुक्त नीतेश व्यास ने नोटिस थमा दिया है। नोटिस में संबंधितों को अपने-अपने जिले में मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रमों को बेहतर करने व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
—————
ये खामियां उजागर-इनको नोटिस : -डा. किशोर कुमार, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, हरदा -प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नवसार एवं उपस्वास्थ्य केंद्र राजाबरारी में उपयोग होने वाले उपकरण जैसे स्क्रीन/पर्दे, लेबर टेबल, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑटोक्लेब/स्टेरेलाइजर बॉयोमेडिकल वेस्ट के लिए बैग एवं आईवी सेट, पेरिनियल पैड्स, टेस्ट किट संस्थाओं में उपलब्ध नहीं है। -इन प्रसव केंद्रों में दवाइयां जैसे कि मिजोप्रोस्टॉल, एंटीबॉयोटिक, वैक्सीन विटामिन के उपलब्ध नहीं है। -उपस्वास्थ्य केंद्र राजाबरारी के प्रसव कक्ष में हैंडवॉश स्टेशन उपलब्ध नहीं है। -कुछ प्रसव केंद्रों में पदस्थ स्टॉफ मानक प्रक्रियाआें का पालन नहीं कर रहे हैं।
————-
-डा. डीएस चौहान, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, होशंगाबाद -स्वास्थ्य केंद्र सुखतवा व स्वास्थ्य केंद्र सांडिया में उपकरण जैसे ऑटोक्लेव, स्क्रीन/पर्दे, एसी, एंबू बैग, कन्जूमेबल- ग्लव्ज, टेस्ट किट नहीं है। -स्वास्थ्य केंद्र सांडिया में प्रसव कक्ष के साथ हैंडवॉश स्टेशन में एल्बो टेप व पिपरिया अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट नहीं है। -संस्थाओं के प्रसव कक्षों का रखरखाव मापदंडों के अनुसार नहीं किया जा रहा है। जनरेटर भी नहीं है।
————-
-डा. आरके धुर्वे, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, बैतूल -स्वास्थ्य केंद्र घोड़ाडोंगरी में प्रसव के लिए उपकरण, थर्मामीटर, बैटरी नहीं है। यह भी संज्ञान में आया है कि चिन्हित कारणों के अलावा भी प्रसव हेतु मरीजों को रेफर किया जाता है। -स्वास्थ्य केंद्र मुलताई में प्रसव कक्ष की व्यवस्था मापदंड अनुसार नहीं है। स्वास्थ्य केंद्र शाहपुर जर्जर स्थिति में है। -जिला अस्पताल बैतूल में सिक्युरिटी गार्ड की नहीं है। मेटरनिटी वार्ड में भर्ती मरीजों क लिए पलंग पर्याप्त नहीं है, जिससे मरीजों को जमीन पर लिटाना पड़ता है।
—————