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नर्मदा पेयजल पाइप लाइन बिछाने खोदी सड़क, मिट्टी भरकर कर ली खानापूर्ति

locationहोशंगाबादPublished: Mar 05, 2019 05:51:57 pm

Submitted by:

govind chouhan

नर्मदा पेयजल लाइनों ने बिगाड़ी पांच हजार से अधिक घरों के सामने मार्गों की दशा

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नर्मदा पेयजल पाइप लाइन बिछाने खोदी सड़क, मिट्टी भरकर कर ली खानापूर्ति

सोहागपुर. सोहागपुर में नर्मदा जल परिवहन योजनांतर्गत किए गए कार्य से न तो प्रशासन संतुष्ट है न जनप्रतिनिधि और न ही जनता। लेकिन इसके बाद भी घटिया स्तर का तथा मनमाना कार्य योजनांतर्गत ठेका कंपनी द्वारा किया जा रहा है। जिस पर रोक के लिए न तो नप के जनप्रतिनिधि सामने आ रहे हैं और न ही अधिकारीगण।
पत्रिका से चर्चा में गौतम वार्डवासी प्रेम साहू ने बताया कि कुछ माह पूर्व उनके मोहल्ले में नर्मदा जल की लाइन के लिए जमीन खोदकर पाइप बिछाए गए थे। तथा पाइप बिछाकर पुराव भी किया गया, लेकिन पुराव में बरती गई लापरवाही का अंजाम यह है कि सीमेंट की पक्की बनी पहले की रोड खस्ताहाल हो गई है। पूरे रास्ते में गड्ढे और छोटे-छोटे ब्रेकर्स बने हुए हैं जिसके कारण मुश्किल होती है। यही हाल लगभग पूरे शहर में है।

पांच हजार से अधिक मकान-
शहर में लगभग पांच हजार से अधिक मकान हैं तथा परिषद ने भी लगभग प्रत्येक घर तक नर्मदा जल पहुंचाने के लिए भूमिगत पाइप लाइन का जाल बिछाने का कार्य किया है और रोडों की खुदाई के बाद नहीं किए गए पर्याप्त पुराव के चलते पूरे शहर के लगभग प्रत्येक घर के सामने से आवाजाही बाधित है। सीमेंट के कई पक्के तथा अच्छे मार्ग भी नर्मदा जल परिवहन योजना के कार्य के चलते खस्ताहाल हो गए हैं।

फिर होगी खुदाई
नप सूत्र बताते हैं कि फिलहाल तो पाइप लाइन बिछाने के लिए खुदाई की है। फिर इसके बाद मुख्य लाइन से घरों तक पतले पाइप के व्यक्तिगत कनेक्शन के लिए फिर खुदाई होगी, कनेक्शन दिए जाएंगे। कनेक्शन दिए जाने के बाद फिर जब पुराव होगा तो इसी प्रकार होगा जैसा अब तक किया गया है। और जैसे तैसे सुधार की स्थिति में आए मार्ग पुन: खस्ताहाल व बाधित आवाजाही वाले साबित होने लगेंगे।

50 करोड़ की योजना
नप सूत्र बताते हैं कि नर्मदा जल परिवहन योजना मैदानी कार्य से लेकर नर्मदा जल के शहर में वितरण के बाद से 10 साल तक के मेंटनेंस कार्य के चलते लगभग 50 करोड़ की साबित होगी। लोगों में पहले तो इस बात की नाराजगी है कि 50 करोड़ नर्मदा जल लाने पर लगाने की अपेक्षा यदि जनप्रतिनिधि इससे कम राशि भी पलकमति के संरक्षण व सुधार पर व्यय करते तो पूरे शहर का भूमिगत जल स्तर बढ़ता। और नर्मदा के प्रति आमजनों की आस्था भी प्रभावित नहीं होती, क्योंकि नर्मदा जल का उपयोग भविष्य में प्रत्येक कार्य में किया जाएगा।

इनका कहना है…
अगस्त 2019 तक नर्मदा योजना की पूरी लाइन बिछाने तथा घरों में कनेक्शन पूर्णता का लक्ष्य है। इसके बाद सभी खोदी सड़कों का सुधार योजना के ठेकेदार द्वारा किया जाएगा। यह ठेका अनुबंधों की शर्तों में शामिल है कि खोदी गई सड़कों का सुधार ठेकेदार को करना ही होगा। बस कुछ समय बाद कार्य शुरू हो जाएगा।
जीएस राजपूत, सीएमओ, नप सोहागपुर
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