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सीबीएसई स्कूल में कर रहे हैं पढ़ाई तो ध्यान दें, कहीं आप परीक्षा के लिए अयोग्य ना हो जाएं

locationहोशंगाबादPublished: Aug 24, 2019 01:34:22 pm

Submitted by:

sandeep nayak

बिना एफिलिएशन वाले विषय भरे, तो परीक्षा के लिए अयोग्य होंगे

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इटारसी। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने स्पष्ट किया कि 9 व 11 वीं में बिना संबद्धता (एफिलिएशन) वाले अगर विषय भरे, तो परीक्षा के लिए अयोग्य होंगे। साथ ही संबंधित स्कूल के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड ने इस संबंध में एक नोटिफिकेशन स्कूलों को भेजा है।
इस समय बोर्ड परीक्षा के लिए कक्षा 9वीं और 11 वीं के बच्चों का रजिस्ट्रेशन चल रहा है। बोर्ड ने स्पष्ट कहा है कि सीबीएसई स्कूल केवल उन्हीं विषयों के लिए उक्त कक्षाओं के छात्रों का रजिस्ट्रेशन करें, जिनकी संबद्धता बोर्ड ने दी है। अगर बिना संबद्धता के विषय स्कूल या छात्रों द्वारा रजिस्ट्रेशन में भरे जाएंगे, तो ऐसी स्थिति में रजिस्ट्रेशन रद्द कर परीक्षा से वंचित कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि बोर्ड का यह नोटिफिकेशन रजिस्ट्रेशन फार्म भरने के समय ही भेजा गया है, ताकि बाद में परेशानी न हो। इसके अनुसार नौवीं में स्किल और अतिरिक्त विषय और 11 वीं कक्षा में अकादमिक और स्किल विषय में जिसकी संबद्धता मिली है, उसी विषय का रजिस्ट्रेशन किया जाना है। रजिस्ट्रेशन होने के बाद स्कूल और विषय की संबद्धता की जांच की जाएगी। प्रज्ञान हायर सेकेंड्री स्कूल के दर्शन तिवारी ने बताया कि सीबीएसई ने 9-11 वीं के रजिस्ट्रेशन के साथ स्पष्ट कर दिया कि केवल संबद्धता वाले विषय भरें। बिना संबद्धता वाले विषय न भरें। हम भी बच्चों के फार्म की बारीकि से चेक कर रहे हैं, ताकि उन्हें आगे परेशानी न आएं। बच्चों को इस संबंध में जानकारी भी दे दी गई है।

… तो छात्र अयोग्य माना जाएगा
बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज ने जारी सर्कुलर में कहा कि बोर्ड द्वारा मान्य विषयों के अलावा अन्य विषयों में अगर स्कूल छात्र का रजिस्ट्रेशन करता है, तो ऐसे विषय में बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी। ऐसे छात्र को अयोग्य माना जायेगा।
अतिरिक्त विषय के लिए अनुमति जरूरी
बोर्ड के मुताबिक कोई छात्र अतिरिक्त विषय लेना चाहता है, तो पहले स्कूलों को अनुमति लेनी होगी। अगर विज्ञान, कला, वाणिज्य संकाय में जिसकी संबद्धता होगी, उसी में स्कूल को नामांकन लेना होगा। इन संकाय के अलावा अतिरिक्त विषय के लिए भी बोर्ड से अनुमति लेनी होगी।
पकड़ में आए थे कई स्कूल
बोर्ड के अफसरों का मानना है कि ये व्यवस्था इसलिए की गई कि इस साल 2019 की परीक्षा से पहले 9वीं और 11वीं के रजिस्ट्रेशन के बाद ऐसे कई निजी स्कूलों का पता चला, जिन्होंने ऐसे कई विषयों को पढ़ाना शुरू कर दिया था, जिसकी संबद्धता बोर्ड ने दी ही नहीं थी। इन स्कूलों को नोटिस देकर बोर्ड ने छोड़ दिया था, लेकिन इस बार सख्त कार्रवाई होगी।

पैरेंट्स से भरवा रहे अंडरटेकिंग फार्म
सीबीएसई से उक्त निर्देश मिलने के बाद सभी स्कूल संचालक स्वयं भी बच्चों और पैरेंट्स से अंडरटेकिंग फार्म भरवा रहे हैं, जिसमें माता- पिता और बच्चों का पूरा नाम, जन्म दिनांक, पता के साथ ही बच्चों द्वारा लिए गए विषय आदि भरवाया जा रहा है। ताकि आगे कभी पैरेंट्स जानकारी को लेकर किसी तरह की दावा- आपत्ति न कर सकें और बच्चों को भी किसी तरह की परेशानी न हो सकें।
&सेंट्रल स्कूलों में जो एफिलेटेड विषय होते हैं, वे ही बच्चों से भरवाए जाते हैं। रजिस्ट्रेशन के समय इस पर ध्यान देकर सीबीएसई के निर्देशों का पालन किया जा रहा है।
शिवप्रताप, प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय एक, इटारसी
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