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चारा-पानी के लिए नहीं भटकेंगे मवेशी, चार करोड़ से बनेंगी 14 गौशालाएं, खुद का होगा चारागाह

locationहोशंगाबादPublished: Aug 24, 2019 09:13:35 pm

Submitted by:

Manoj Kundoo

सभी जनपदों में बनेंगे दो-दो गौशालाएं, जगह चिन्हित, निर्माण शुरू -प्रत्येक गौशाला परियोजना पर खर्च होंगे 29 लाख 62 हजार रुपए
 

Cattle will not wander for fodder, 14 cows will be built from four crores, will own their own pasture

Cattle will not wander for fodder, 14 cows will be built from four crores, will own their own pasture

होशंगाबाद
चारा पानी के लिए अब मवेशी नहीं भटकेंगे। जिले के सभी सातों ब्लॉकों में १४ गौशालाएं बनाई जाएंगी। प्रत्येक गौशाला परियोजना पर २९ लाख ६२ हजार रुपए खर्च होंगे। होशंगाबाद, केसला, पिपरिया, बनखेड़ी, सिवनीमालवा और बाबई में गौशाला बनाने जमीन चिन्हित की गई है। एक एकड़ में गौशाला और पांच एकड़ में खुद का चारागाह विकसित किया जाएगा। खास बात यह भी है कि इन गौशालाओं में बछड़ों के लिए अलग से शेड बनाए जाएंगे। इतना ही नहीं पीने के पानी और बिजली के अलावा सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहेंगे।
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आवारा मवेशियों की समस्या- नगरीय क्षेत्रों में आवारा मवेशियों की समस्या से लोग परेशान हैं। नगरपालिका क्षेत्रों में गौशाला नहीं होने से दिनोंदिन समस्या बढ़ती जा रही है। गौशाला परियोजना के तहत जिस पंचायत में गौशाला बनाई जाएगी, उसके आसपास की पंचायतों व नगरीय क्षेत्रों के गौवंश को भी वहां आश्रय दिया जाएगा। जिससे आवारा मवेशियों की समस्या से छुटकारा मिलने की उम्मीद है।
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गौशाला में रख सकेंगे १०० मवेशी- जिले में बनाई जा रही प्रत्येक गौशाला में १०० गौवंश रखे जा सकेंगे। गौशाला के लिए १ एकड़ और चारागाह विकास के लिए पांच एकड़ भूमि चिन्हित कर ली गई है।
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किस ब्लॉक में कहां बनेंगी गौशाला- सिवनीमालवा – अमलाड़ाकला, भेमड़ीदेव केसला – केसला भरगदाहोशंगाबाद – रंढ़ाल, बाईखेड़ीबाबई – सांगाखेड़ाकला, जावलीसोहागपुर – चारगांव, गोडीखेड़ाकलापिपरिया – हथवास, बांसखेड़ाबनखेड़ी – उमरधा, बाचावानी
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परियोजना में ये काम होंगे- गौशाला शेड़, हौज, बछड़ा शेड, चौकीदार कक्ष, भूसा गोदाम, ग्राउंड समतलीकरण, फैंसिंग व नागरिक सूचना फलक, कम्पोस्ट यूनिट/नाडेप, ट्यूबवेल, मोटर, पानी की टंकी (६ हजार लीटर)।
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निर्माण की जिम्मेदारी- गौशाला का निर्माण मनरेगा से होगा। कार्य की निर्माण एजेंसी संबंधित ग्राम पंचायत होगी। कलेक्टर के अधीन गठित समन्वयक समिति द्वारा अनुमोदित अन्य एजेंसी को भी क्रियान्वयन एजेंसी बनाया जा सकेगा।
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पंचायतें करेंगी संचालन- गौशाला का निर्माण करने के साथ-साथ ग्राम पंचायत उसका संचालन भी करेगी। विभिन्न मदों से चारा/भुसा की व्यवस्था, संधारण तथा अनुरक्षण के लिए आवश्यक राशि पंच परमेश्वर के माध्यम से पंचायतों को मिलेगी।
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इनका कहना है…
गौशाला परियोजना के तहत जिले में १४ गौशालाएं बनाई जाएंगी। सभी ब्लॉकों में भूमि चिन्हित करके काम शुरू कराया गया है। इन गौशालाओं में खुद का चारागाह भी विकसित कर रहे हैं। जनवरी तक काम पूरा होगा।
-आदित्य सिंह, सीइओ जिला पंचायत होशंगाबाद।
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