read this news Video: भूख से बिलखता देख मासूम को पसीजा महिलाओं का दिल, दूध पिलाने आई आगे माँ ने बिन नाम का छोड़ा, यहां कई नाम मिले
माँ ने उसे तड़के पांच बजे छोड़ दिया था। जहां उसे किसी नाम से नही जानता था। लेकिन अब चीकू को जिला अस्पताल में सूजल, मिहिर नाम के बाद मिला वही। चाइल्ड लाइन में नया नाम चीकू मिल गया। यह नाम उसे चाइल्ड लाइन के संचालक सुनील दीक्षित ने दिया। सीडब्ल्यूसी के आदेश पर चीकू अब अगले तीन महीने तक हाउसिंग बोर्ड के पास स्थित आसरा शिशु गृह में रहेगा।
माँ ने उसे तड़के पांच बजे छोड़ दिया था। जहां उसे किसी नाम से नही जानता था। लेकिन अब चीकू को जिला अस्पताल में सूजल, मिहिर नाम के बाद मिला वही। चाइल्ड लाइन में नया नाम चीकू मिल गया। यह नाम उसे चाइल्ड लाइन के संचालक सुनील दीक्षित ने दिया। सीडब्ल्यूसी के आदेश पर चीकू अब अगले तीन महीने तक हाउसिंग बोर्ड के पास स्थित आसरा शिशु गृह में रहेगा।
इस टाम पहुंचा यहां
जिला हास्पिटल से चीकू को चाइल्ड लाइन दोपहर २ बजे ले जाया गया। दूध पीने के बाद वह शाम ५ बजे तक सोता रहा। भूख लगी तो उठकर रोने लगा। जिसे दोबारा दूध पिलाने पर वह फिर सो गया। चाइल्ड लाइन के संचालक सुनील दीक्षित ने बताया कि चीकू सभी की गोद में सहजता से चला जाता है। काफी देर तक दीक्षित बच्चे के साथ खेले भी। इसके बाद शाम करीब ७ बजे चीकू का आसरा शिशु गृह भेज दिया गया। जहां गृह माताओं का स्नेह मिल रहा है।
जिला हास्पिटल से चीकू को चाइल्ड लाइन दोपहर २ बजे ले जाया गया। दूध पीने के बाद वह शाम ५ बजे तक सोता रहा। भूख लगी तो उठकर रोने लगा। जिसे दोबारा दूध पिलाने पर वह फिर सो गया। चाइल्ड लाइन के संचालक सुनील दीक्षित ने बताया कि चीकू सभी की गोद में सहजता से चला जाता है। काफी देर तक दीक्षित बच्चे के साथ खेले भी। इसके बाद शाम करीब ७ बजे चीकू का आसरा शिशु गृह भेज दिया गया। जहां गृह माताओं का स्नेह मिल रहा है।
महिला की गोद में देखा गया था बच्चे को
प्लेटफॉर्म पर 15 जुलाई की सुबह पांच बजे मिले पांच माह के बच्चे को लेकर तीन दिन बाद भी उसके पालकों का पता नहीं चला है। मामले में सरकारी अस्पतालों में पांच माह पहले हुए प्रसव का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। विवेचना अधिकारी आरडी गौतम ने बताया कि प्लेटफॉर्म पर बीच ब्रिज के पास एक महिला व युवक को वेंडरों ने देखा था। महिला बच्चे को गोद में लिए घूम रही थी। कुछ देर बाद वेंडरों को बच्चे के रोने की आवाज आई तब मामला सामने आया।
प्लेटफॉर्म पर 15 जुलाई की सुबह पांच बजे मिले पांच माह के बच्चे को लेकर तीन दिन बाद भी उसके पालकों का पता नहीं चला है। मामले में सरकारी अस्पतालों में पांच माह पहले हुए प्रसव का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। विवेचना अधिकारी आरडी गौतम ने बताया कि प्लेटफॉर्म पर बीच ब्रिज के पास एक महिला व युवक को वेंडरों ने देखा था। महिला बच्चे को गोद में लिए घूम रही थी। कुछ देर बाद वेंडरों को बच्चे के रोने की आवाज आई तब मामला सामने आया।
बच्चे का परित्याग करने पर धारा 317 के तहत अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। सभी थानों में बच्चे की फोटो व सूचना भेजी गई है।
– बीएम द्विवेदी, चौकी प्रभारी जीआरपी पिपरिया।
– बीएम द्विवेदी, चौकी प्रभारी जीआरपी पिपरिया।