ज्योतिषाचार्य गुलशन अग्रवाल अंक 01- गुप्त शत्रुओं का तीथा विरोध सहना पड़ सकता है। अतः अपने मुलभुत कार्यों की लय को बनाए रखें। किसी से अनबन होने की स्थिति को खत्म करने की कोशिश करें। अंक 02- बुजुर्गों के स्वास्थ्य में तोजी से हुए सुधार से अपने रोजमर्रा के कामकाज को सुचारु रुप से चलने लगेंगे। भाग्य की प्रबलता धरा के कामकाज में आशानुरुप दिलाएगी। अंक 03- बच्चों के व्यवस्थित सहयोग से व्यवसाय में अल्प समय में ही नई ऊंचाईयों को प्राप्त कर लेंगे। परिवार में अचानक आई आर्थिक मंदी का असर दैनिक कर्म पर भी पड़ेगा। अंक 04- सांस्कृतिक कार्यक्रमों में परिवार सहित ली गई हिस्सेदारी खर्चीली साबित होगी व दैनिक बजट गड़बड़ा सकता है। धर्म के बने हुए रिश्तों का महत्व अब जातक सार्थक होगा। अंक 05- विद्यार्थियों को अपन मन के मुताबिक लक्ष्य हासिल करने के लिए समय के साथ चलने का प्रयत्न करना होगा। समयाभाव, समाज में बनी प्रतिष्ठा में भी कमी ला सकता है।अंक 06- सत्संग के दर्शन को पूर्णतः अमल में न ला पाने के कारण पूरे सप्ताह तनाव बना रहेगा। शंका को पर्याप्त आधार न मानते हुए हकीकत को भी समझने की जरूरत है। अंक 07- अपनी अंर्तआत्मा से संतोषप्रद जवाब मिलने के बावजूद दांपत्य में किया गया बिना वजह का शौक बेहद तकलीफ पहुंचाएगा। धार्मिक कार्यों को परमार्थ के रुप में करें। अंक 08- नौकरी में परिवर्तन की स्थिति को देखते हुए निर्णय लेने की स्थिति को टालने का प्रयत्न करें। हमेशा मस्तिष्क से निर्णय लेने की सोच को बदलना पड़ सकता है। अंक 09- मनमर्जी से लिए गए निर्णयों से ऋण का संकट ओर गहरा हो जाएगा। अतिरिक्त साझा व्यापार में नुकसान को देखते हुए समापन की जरूरत पर बल देना होगा। [typography_font:14pt;” >अनुकूलता के लिए- असहाय की यथासंभव मदद करें।