शाम 5 बजे गोस्वामी परिवार द्वारकाधीश मन्दिर से नगर भ्रमण पर निकला। इस अवसर पर जगह-जगह लोगों द्वारा पुष्प वर्षा कर गोस्वामी परिवार के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए स्वागत किया गया। शाम 6 .30 बजे अन्नकूट के दर्शन खुले, जो करीब 9 बजे तक रहे। इस मौके पर क्षेत्रीय व गुजरात से आये सैकड़ों श्रद्धालुओं ने अन्नकूट की अलौकिक झांकी के दर्शन किये व प्रभु के जयकारे लगाए। इसके बाद रात करीब 9 बजे सबसे पहले ब्रजवासी समुदाय (सनाढ्य, गुर्जर, गौरवा, जाट) द्वारा गुंजा लूटा गया। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में आए भील समुदाय के समूहों द्वारा अन्नकूट लूटने की परंपरा का निर्वहन किया गया।