साहिल गांधी के पार्थिव शरीर को पहले हिसार के एयरपोर्ट से उतारा गया और बाद में पीएलए में घर पर लाया गया। साहिल के पार्थिव शरीर को देख मां अन्य परिजनों की आंखें आसुंओं से भर गई। साहिल गांधी की पत्नी ने अपने बेटे को पास बुलाया और पिता को नमन करवाया। साहिल का अंतिम संस्कार हिसार के सेक्टर 16-17 के शमशान घाट में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। साहिल के बेटे ने चिता को मुखाग्नि दी। हिसार के बीजेपी नेताओं प्रशासनिक अधिकारियों व स्थानीय नागरिकों ने भी श्रद्धांजलि दी। शहीद साहिल गांधी की पत्नी और उनके भाई-भाभी भी देर शाम तक वापिस घर लौट पाए थे,क्योंकि उनकी पत्नी वर्तमान में अमेरिका स्थित टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज नामक कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम कर रही है और उनके भाई और भाभी स्विजरलैंड में रहते हैं।
मंगलवार को बेंगलुरु में एयर शो से पहले बड़े हादसे में सूर्य किरण एयरोस्पेस टीम के दो हॉक एयरक्राफ्ट आपस में टकराकर क्रैश हो गए थे। इस हादसे में मरने वाले पायलट विंग कमांडर साहिल गांधी ही थे, जो सूर्य किरण-7 को उड़ा रहे थे। साहिल को स्किल्ड पायलट माना जाता था। सोमवार को उन्होंने अपनी लास्ट परफॉर्मेंस दी। 19 फरवरी से शुरू होने वाले ‘एयरो इंडिया 2019Ó शो में 9 सूर्य किरण विमान कलाबाजियां दिखाने वाले थे।