चौटाला ने रविवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि साढे तीन साल से अधिक कार्यकाल में मुख्यमंत्री पांच बार विदेश यात्राओं पर गए और हर बार दावा किया गया कि हजारों और लाखों करोड के एमओयू हरियाणा में निवेश के लिए किए गए है। श्वेतपत्र जारी कर इस बात का खुलासा किया जाना चाहिए कि वास्तव में कितना निवेश हरियाणा में आया और इन यात्राओं पर कितना खर्च किया गया।
उन्होंने कहा कि स्वयं मुख्यमंत्री ने कहा है कि पहले मुख्यमंत्री आवास पर फिजूलखर्ची की जाती थी। ऐसा करने वालों से वसूली की जाए। कमीशन लेने वालों पर भी कार्रवाई की जाए। मंत्रियों के स्वैच्छिक कोष से तो आरएसएस की शाखाओं और आएसएस संचालित स्कूलों पर खर्च किया जा रहा है। चौटाला सरकार के समय यह कोष दो करोड़ रूपए मात्र था जिसको बढाकर 132 करोड रूपए कर दिया गया है।
एसवाईएल कैनाल निर्माण की मांग को लेकर इनेलो-बसपा गठबंधन द्वारा चलाए जा रहे जेल भरो आंदोलन को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड््डा द्वारा बस भरो आंदोलन बताए जाने पर चैटाला ने कहा कि हुड््डा स्वयं तो एक बार बस में बैठकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि यदि हुड््डा को ऐसा लगता है तो वे 22मई को इनेलो-बसपा के मंच पर आकर भागीदारी करें।
उन्होंने कहा कि कैनाल का निर्माण शुरू होते ही जेल भरो आंदोलन समाप्त कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा कैनाल निर्माण का मुद््दा अदालत में लम्बित बताए जाने के सवाल पर चैटाला ने कहा कि यदि ऐसा ही है तो फिर इसके समाधान के राजनीतिक प्रयास क्यों शुरू किए गए। मुख्यमंत्री को स्वीकार करना चाहिए कि वे कमजोर है। आने वाले चुनाव में इनेलो-बसपा गठबंधन उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देगा।
उन्होंने कहा कि ब्राह््मण समुदाय को अपमानित करने वाले सवाल जूनियर इंजीनियर परीक्षा में शामिल करने के मामले में हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन के चेयरमेंन भारत भूषण भारती को निलंबित करके बचाने का ही काम किया गया है। अन्यथा इतनी गंभीर गलती के लिए आयोग के पूरे बोर्ड को बर्खास्त किया जाता।
अब ब्राह््मण समुदाय को संतुष्ट करने के लिए एक यूनिवर्सिटी के कुलपति पद पर ब्राह््मण की नियुक्ति की गई है और स्टाफ सेलेक्शन कमीशन चेयरमेंन के लिए भी ब्राह््मण की तलाश की जा रही है। एक सवाल पर चैटाला ने कहा कि कर्नाटक में भाजपा ने लोकतंत्र की हत्या की है। भाजपा और कांग्रेस का लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। इसलिए बसपा नेता मायावती के नेतृृत्व में तीसरा मोर्चा बनेगा और मायावती प्रधानमंत्री बनेंगी।