पीएमओ बोले, घबराने की जरूरत नहीं
हालांकि राजकीय जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक मोंगा का कहना है कि इससे किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। लगातार खांसी या निमोनिया रोगियों में कोरोना के संक्रमण पाए जा सकते है। वहीं जिला चिकित्सालय के उपनियंत्रक डा. बृजेश महावर का कहना है कि लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं हैं। विदित रहे कि पिछले साल कोविड-19 के नए मामले केरल में मिले थे, केरल में तीन रोगियों की मौत के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर राज्य सरकार ने कोविड संक्रमण के संबंध में एडवाइजरी भी जारी की थी।
इन रोगियों में कोरोना संक्रमण सक्रिय
चिकित्सकों की माने तो लगातार खांसी होने या निमोनिया की चपेट में आए रोगियों में कोरोना संक्रमण सक्रिय की आंशका बनी रहती है। जिन रोगियों के लगातार उपचार के बावजूद खांसी ठीक नहीं हो रही है तो उन्हें कोरोना जांच कराई जा रही है। जिला चिकित्सालय में कोरोना लैब में इन दिनों औसतन दस से पन्द्रह रोगियों की कोविड जांच हो रही है। इस साल एक जनवरी से लेकर एक अप्रेल तक सिर्फ तीन रोगी सामने आए थे लेकिन पिछले 28 दिनों में कोरोना पॉजीटिव रोगियों की संख्या चौदह हो गई है।